- शनी रक्षा सूत्रों का होगा वितरण
- शनी मुद्रिका का भी होगा वितरण -महाआरती रात्रि 8:30बजे
- कोरेना दिवंगत आत्मा को 108 कुंड अग्नि से दी जाएगी श्रद्धांजलि
जोधपुर, भगवान शनिदेव का अति प्रिय दिवस शनि अमावस्या महोत्सव कल यानी 10 जुलाई अमावस्या शनिवार को विभिन्न धार्मिक आयोजनों के साथ मनाया जाएगा। चमत्कार दक्षिण मुख सिगनापुर सिद्ध पीठ शनिधाम ए सेक्टर शास्त्रीनगर जोधपुर में शनि अमावस्या महोत्सव के तहत विभिन्न धार्मिक आयोजन होंगे प्रातः 7:00 बजे ध्वजारोहण के साथ कार्यक्रम प्रारंभ होंगे प्रातः 7:30 बजे मंगला आरती, 8:30 बजे श्रृंगार आरती, 11:30 बजे राजभोग आरती, के साथ दोपहर 12:00 बजे जन्म महाआरती होगी।
शनिधाम के प्रवक्ता अशोक चौधरी ने बताया कि पंडित मंडवाड़ा महेंद्र शनि धाम के सानिध्य में शनि अमावस्या महोत्सव मनाया जाएगा शाम 5:00 बजे से शनि सत्र नामावली, शाम 6:00 बजे से शनि तेला अभिषेक, वैदिक मंत्रोचार के साथ शनी तेला अभिषेक किया जाएगा रात्रि 8:00 बजे महाआरती होगी इस अवसर पर शनी सिगनापुर शीला दर्शन करवाए जाएंगे।
प्रवक्ता चौधरी ने बताया कि इस अवसर पर शनि रक्षा सूत्रों का और मुद्रिका का निशुल्क वितरण होगा इस अवसर पर रोशनी फूल मंडी महा प्रसादी वितरण का आयोजन रहेगा। कोविड-19 गाइडलाइन की भावना के साथ विश्वशांति को कोरे ना मुक्ति की प्रार्थना की जाएगी महंत हेमंत महाराज ने बताया की शनि अमावस्या के बाद भारत से कोरेना मुक्ति हो जाएगी।
इस अवसर पर 108 अग्निकुंड द्वारा कोरेना दिवंगत आत्माओं श्रद्धांजलि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जब भी शनिवार अमावस्या आती है जब शनि जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है। क्योंकि शनिवार अमावस्या को सनी भगवान का जन्म हुआ था। शनि ढय्या, साढ़ेसाती शनि महादशा से ग्रसित जातकों के लिए यह दिन संजीवनी के समान है।
अभिषेक शनि चालीसा का पाठ, शनि दशरथ स्तोत्र का पाठ और दान पुण्य करने से शनि कृपा प्राप्त होती है। शनि अमावस्या को तेल,तिल, उड़द, कंबल, छतरी, जूता, लोहे की वस्तु नीलम, दान करने से शनि देव अति शीघ्र प्रसन्न होते हैं। शनि अमावस्या को दान पुण्य करना चाहिए।
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