दूसरे दिन सात डॉक्यूमेंट्री फिल्मों की स्क्रीनिंग

16वां प्रकृति अंतर्राष्ट्रीय वृत्तचित्र फिल्म महोत्सव

जोधपुर,दूसरे दिन सात डॉक्यूमेंट्री फिल्मों की स्क्रीनिंग। शैक्षिक संचार संकाय (सीईसी) नई दिल्ली की ओर से 16वें प्रकृति अंतर्राष्ट्रीय वृत्तचित्र फिल्म महोत्सव के दूसरे दिन डॉक्यूमेंट्री फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई। गुरुवार को सात फिल्मों का प्रदर्शन हुआ,इन पर विचार साझा किए गए।

फिल्म के प्रड्यूसर और निर्माता ने दर्शकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए। फिल्म महोत्सव का समापन शुक्रवार को सुबह 11:30 बजे होगा। इसमें विजेता वृत चित्रों को पुरस्कृत किया जाएगा। सीईसी नई दिल्ली और जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर ईएमएमआरसी की मेजबानी में 4 से 6 दिसम्बर को जयनरायण व्यास स्मृति भवन टाउन हॉल में किया जा रहा है। महोत्सव का उद्घाटन राजस्थान के राज्यपाल हरिभाउ बागड़े ने किया था।

इसे भी पढ़ें – होटल के कमरे में मृत मिला युवक

महोत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को अलग-अलग सत्रों में विविध विषयों पर बनाई गई चयनित डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन सीईसी के डायरेक्टर प्रोफेसर जेबी नड्डा,विविध सेन्टर से आए निदेशक और एक्सपर्ट की उपस्थिति में किया गया।ईएमएम आरसी जोधपुर के निदेशक प्रोफेसर बीआर गाडी ने स्वागत किया। विविध सत्रों का संचालन डॉ राजश्री राणावत ने किया।

फिल्म फेस्टिवल में छात्रों और आमजन को जागरूक करने के लिए 13 फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इन फिल्मों का पूर्वावलोकन और चयन प्रतिष्ठित जूरी द्वारा कड़ी प्रक्रिया के बाद किया गया है। प्रकृति इंटरनेशनल डॉक्यूमेंट्री फिल्म फेस्टिवल के विजेता वृत्तचित्रों को स्क्रीनिंग सर्टिफिकेट और ट्रॉफी के अलावा 50 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

सीईसी के ज्वाइंट डायरेक्टर और प्रकृति फिल्म फेस्टिवल के कोर्डिनेटर डॉ सुनील मेहरू ने बताया कि इस वर्ष प्रकृति इंटरनेशनल डॉक्यूमेंट्री फिल्म फेस्टिवल के लिए कुल 68 प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं। इनमें म्यांमार,फिलीपींस और बांग्लादेश जैसे दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से आई प्रविष्टियां शामिल थी। सीईसी सक्रिय रूप से विभिन्न सामाजिक विषयों पर आईसीटी-आधारित पर्यावरण निर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रकृति अंतर्राष्ट्रीय वृत्तचित्र फिल्म महोत्सव का आयोजन करता है ताकि अपने शिक्षार्थियों को सीखने में समरूपता खोजने और रुचि के कई विषयों/विषयों की समझ विकसित करके समग्र रूप से विकसित करने में मदद मिल सके।

16वें प्रकृति डॉक्यूमेंट्री फिल्म फेस्टिवल में दूसरे दिन गुरुवार को डवलपमेंट कैटेगरी में बानी प्रकाश दास की ‘अधिकार के लिए लड़ो’, एनवॉयरमेंट कैटेगरी में पी.रघुपति की ‘रीचिंग द अनरीच्ड’,स्वच्छ भारत कैटेगरी में साजिद नादुथोडी की ‘रेज्ड ऑफ रिदम्स,फाइट फॉर राइट, सीएसआईआर,आईआईसीटी, सबरीना ऑप्टिकल फाइबर,वेयर आरयू यूसुफ,स्टेलॉग बरगुर हिल्स डॉक्यूमेंट्रीे का प्रदर्शन किया गया।

फेस्टिवल का समापन आज
ईएमएमआरसी जोधपुर के निदेशक प्रोफेसर बीआर गाडी ने बताया कि फिल्म फेस्टिवल जोधपुर सेंटर के नेतृत्व में करीब 14 वर्ष बाद हो रहा है। जय नारायण ब्यास स्मृति भवन में इसका समापन सुबह 11.30 बजे होगा। समापन सत्र से पहले डॉक्यूमेंट्री फिल्मों के स्क्रीनिंग का अन्तिम सत्र होगा। ‘ग्रीन मैन’ और स्वच्छ पुणे डॉक्यूमेंट्रीे का प्रदर्शन होगा।

समापन समारोह में आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रोफेसर अविनाश कुमार अग्रवाल मुख्य अतिथि होंगे। सीईसी के डायरेक्टर प्रोफेसर जेबी नड्डा अध्यक्षता करेंगे।

पहला प्रकृति महोत्सव 1997 में हुआ था
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी)का एक अंतरविश्वविद्यालय केंद्र है। इसका उद्देश्य शैक्षिक मीडिया सामग्री विकसित करके विभिन्न ऑनलाइन और ऑफलाइन मीडिया के माध्यम से इसके प्रसार द्वारा उच्च शिक्षा की जरूरतों को पूर्ण करना है। उन्होंने बताया कि सीईसी फिल्म निर्माताओं/फिल्म प्रेमियों को प्रोत्साहित करने और युवाओं को पर्यावरण,विकास, मानवाधिकार और स्वच्छ भारत जैसे मुद्दों के बारे में जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष प्रकृति अंतर्राष्ट्रीय वृत्तचित्र फिल्म महोत्सव का आयोजन करता है। पहला प्रकृति महोत्सव 1997 में आयोजित किया गया था। तब से इसे एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में योजनाबद्ध किया गया है जो फिल्म निर्माताओं, छात्रों,शिक्षाविदों,प्रशासकों,विकास कार्यकर्ताओं और मीडिया को एक साथ आने और वृत्तचित्र फिल्म निर्माण की कलात्मक शैली की सराहना करने के लिए एकत्रित करता है।