- बाल आयोग व पुलिस विभाग सामूहिक प्रयासों से जागरूकता अभियान चलायेगा
- पोक्सो मामलों में पुलिस तुरंत गंभीरता दिखाकर त्वरित कार्यवाही करे
जोधपुर, राजस्थान राज्य बाल आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने जिले में बालिकाओं के दुष्कर्म मामलों को गंभीरता से लेकर इसकी रोकथाम के लिए जिले के ग्रामीण पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस लाईन के सरदार पटेल सभागार में विस्तृत चर्चा की।
गांव ढाणियों में अधिक जागरूकता की आवश्यकता
बेनीवाल ने कहा कि गांव ढाणियों में ऐसे मामलों को लेकर अधिक जागरूकता कि आवश्यकता है। बाल आयोग,पुलिस, बाल कल्याण समिति, महिला अधिकारिता व बाल कल्याण विभाग के सम्मिलित प्रयासों की जरूरत है। स्कूलों में बाल सभाओं में पुलिस व आयोग, बाल कल्याण समिति मिलकर जागरूकता अभियान से जानकारी दें। उन्होंने कहा कि शुरूआत से ही बालिकाओं को इस बारे में जागरूक करें ताकि समय से सम्भल सके व कार्यवाही भी हो सकेगी। पुलिस छोटी विडियो क्लिप बनाकर स्कूलों में जानकारी दें, बच्चिया भयभीत नहीं हों।
बच्चियां ऐसे मामलों में भयभीत ना होकर उम्मीद हैल्प लाईन नम्बर 0141-4932233, व्हाट्सएप नम्बर 7733870243, 100 नम्बर चाइल्ड लाईन 1098, बाल कल्याण समिति, बाल आयोग को तुरन्त प्रभाव से बताएं ताकि शीघ्र व समय पर कार्यवाही हो सके। उन्होंने कहा कि बच्चियां ऐसी घटना होने पर घरवालों को बताने से डरती हैं। उन्होंने कहा कि बालिकाएं किसी भी व्यवहार से असहज महसूस करें तो इसके बारे में तुरन्त जानकारी दी जाए।
पोक्सों मामलों में पुलिस तुरन्त गंभीरता दिखाए
बेनीवाल ने बैठक में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनिल कयाल व पुलिस अधिकारियों से कहा कि शेरगढ, लोहावट, फलोदी, भोपालगढ़ में बालिकाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं अत्यंत चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस पोक्सो मामलों में तुरंत गंभीरता दिखाकर कार्यवाही करे। उन्होंने कहा कि पुलिस रेस्पांस ऐसे मामलों में सही व सकारात्मक हो। उन्होेने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ऐसे मामलों में अति संवेदनशील है।
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनिल कयाल ने बैठक में बताया कि पोक्सो मामलों में पुलिस पूरी गंभीरता से कार्य करती है। विद्यालयों में जागरूकता के लिए पूरे प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि समाज के लिए दुष्कर्म की घटनाएं अत्यंत चिंताजनक हैं।
उन्होंने बताया कि शेरगढ के व अन्य मामलों में पुलिस जानकारी आते ही एफआईआर दर्ज कर आरोपी को 24 घंटे में गिरफ्तार किया। ऐसे अन्य मामलों में भी पूरी तरह गंभीर व संवेदनशील होकर कार्य किया गया है। उन्होंने आयोग अध्यक्ष को मामलों के तथ्यों के बारे में भी जानकारी दी।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डाॅ धनपत गुर्जर ने बैठक में बताया कि पोक्सों मामलों की जानकारी मिलते ही पुलिस से घटना की जानकारी लेते हैं व परिवारजनों से सम्पर्क करते हैं। उन्होंने कहा कि पोक्सो मामलों में तुरन्त एफआईआर दर्जकर उन्हें उसकी प्रति प्राप्त हो जाए ताकि पीड़िता का सहयोग कर सके, उन्होंने समय पर प्रतिकर राशि देने की बात कही।
उपनिदेशक सामाजिक अधिकारिता अनिल व्यास व सहायक निदेशक बाल अधिकारिता बीएल सारस्वत ने भी जानकारी दी। बैठक में बालेसर पुलिस उपअधीक्षक राजूराम, भोपालगढ उपअधीक्षक धर्मेन्द्र, उप अधीक्षक ओसिंया दिनेश मीणा व सीआई (अपराध) देरावर सिंह ने दुष्कर्म संबंधी मामलों में की गई कार्यवाही के बारे में जानकारी दी।
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