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असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक के रूप में होगा रावण का दहन

असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक के रूप में होगा रावण का दहन

नगर निगम उत्तर व दक्षिण संयुक्त रूप से आयोजित करेगा दशहरा मेला

जोधपुर,असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक के रूप मे मनाए जाने वाले दशहरा पर्व को लेकर नगरनिगम उत्तर व दक्षिण की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बुुधवार को अंहकार रूपी रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। इस बार नगर निगम उत्तर व नगर निगम दक्षिण की ओर से संयुक्त रूप से दशहरा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। नगर निगम उत्तर महापौर कुन्ती देवड़ा ने बताया कि रावण का चबूतरा मैदान में इस बार 60 फीट ऊँचे रावण का पुतला बनाया गया है। रावण और उसके परिजनों के पुतलों का गौधुलि वेला में दहन किया जाएगा। कुन्ती देवड़ा ने बताया कि इस बार रावण के पुतले को धोती, जोधपुरी अचकन, सिल्क की धोती और जूतियां पहनाई गई हैं। मेघनाद, कुंभकर्ण,शूर्पणखा और ताड़का के पुतलों का भी निर्माण किया गया है। आयुक्त उत्तर अतुल प्रकाश ने बताया कि रावण का चबूतरा मैदान में आने वाले शहरवासियों के लिए समुचित व्यवस्थाएं की गई हैं। सुरक्षा के मद्देनजर मैदान में बेरिकैटिंग की गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर सारी व्यवस्थाओं का रिव्यू किया गया है। मेला स्थल पर अखाड़ा संचालकों और मेले में आने वाले आमजन के लिए रावण दहन स्थल के पास ही पेयजल की व्यवस्था की गई है।

विधिवत पूजा अर्चना के बाद रवाना होगा रामरथ

महापौर दक्षिण वनीता सेठ ने बताया कि बुधवार को प्रातः11बजे नगर निगम के अधिकारी एवं पूर्व राज परिवार के सदस्य मेहरानगढ पंहुच कर प्रभु श्रीराम व मां चामुण्डा की पूजा अर्चना करेगें और उसके बाद मुहुर्त के अनुसार दोपहर में विधिवत पूजा अर्चना कर राज व्यास श्रीराम की सवारी को रवाना करेगें। आयुक्त दक्षिण अरुण कुमार पुरोहित ने बताया कि शहर के अखाड़ा दल के कार्यकर्ता हैरत अंगेज करतब दिखाते हुए राम सवारी के आगे चलेगें। रास्ते में आने वाले सभी मंदिरों में पूजा अर्चना कर निगम की ओर से भेंट राशि भी चढाई जाएगी। रावण का चबूतरा मैदान पर अखाड़ा दल प्रभारियों का निगम की ओर से सम्मान भी किया गया जाएगा।

इस तरह होगा रावण दहन

कल्याण एवं मेला उत्सव समिति उत्तर अध्यक्ष शैलजा परिहार ने बताया कि इस बार रावण की नाभि में अग्नि बाण लगते ही हाथ में थामी चकरी घूमेगी और रावण के मुह एवं आंखों से अंगारे बरसेंगे। कल्याण एवं मेला उत्सव समिति दक्षिण अध्यक्ष मीनाक्षी कोठारी ने बताया कि इस बार पहले रावण के परिजनों के पुतलों का दहन किया जाएगा और उसके बाद गौधुलि वेला में रावण का दहन किया जाएगा।रावण दहन के बाद आकर्षक एवं मनमोहक आतिशबाजी की जाएगी।

इस तरह से प्रवेश व्यवस्था

मेले के दौरान मेला स्थल पर प्रवेश के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं की गई हैं। मेला अधिकारी उत्तर राजेश बोड़ा और मेला अधिकारी दक्षिण सुधीर माथुर ने बताया कि मेला स्थल पर प्रवेश के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। गेट नंबर 1से रामरथ व अखाड़ों का प्रवेश होगा। गेट नंबर 2 को बंद रखा जाएगा। गेट नंबर 3, 4, 5, 6 और 7 से आमजन प्रवेश कर सकेंगे। गेट नंबर 8 और 9 से कार्ड होल्डर प्रवेश करेंगे,गेट नंबर 10 वीआईपी पास वालों के प्रवेश के लिए रहेगा।

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