डॉ बिस्सा को राजस्थानी पद्य पुरस्कार
जोधपुर(डीडीन्यूज),डॉ बिस्सा को राजस्थानी पद्य पुरस्कार।जोधपुर की प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.सुमन बिस्सा को उनकी पुस्तक ‘अंतस रा सुर सांतरा’ के लिए राज्य स्तरीय ब्रज उर्मि अग्रवाल राजस्थानी पद्य पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। ये पुरस्कार उन्हें अगले माह बीकानेर में होने वाले समारोह में प्रदान किया जाएगा।
रोटरी क्लब बीकानेर की ओर से इस सम्बन्ध में मंगलवार को राज्यस्तरीय राजस्थानी भाषा साहित्य पुरस्कारों की घोषणा की गई। क्लब की ओर से हर साल राजस्थानी भाषा और साहित्य से सम्बन्धित साहित्यकारों को राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान करता है। इस बार के पुरस्कारों में जोधपुर की डॉ.बिस्सा का भी चयन किया गया है।
राजकीय महाविद्यालय,बिलाड़ा, जोधपुर की पूर्व प्राचार्य डॉ.बिस्सा के हिन्दी व राजस्थानी में सात कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। साहित्य क्षेत्र में उन्हें कई पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। इनमें सांवर दइया पैली पोथी पुरस्कार;घनश्याम दास सर्राफ पुरस्कार (मुम्बई) व गोदावरी देवी सरावगी पुरस्कार (चुरू)शामिल हैं। वे साहित्य अकादमी,नई दिल्ली के राजस्थानी भाषा परामर्श मंडल की सदस्य रह चुकी हैं।
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क्लब की ओर से बताया गया है कि डॉ.बिस्सा के अलावा चूरू के राजस्थानी लेखक राजेंद्र शर्मा मुसाफिर को उनकी कहानी सत्त बोल्या गत्त है के लिए और केकड़ी की महिला लेखिका विमला नागला को राजस्थानी बाल साहित्य पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। सर्वोच्च कला डूंगर कल्याणी राजस्थानी शिखर सम्मान राजस्थानी और हिंदी के प्रख्यात साहित्यकार जानकी नारायण श्रीमाली को देने की घोषणा की गई है।