- नोख स्वास्थ्य केंद्र की खस्ता हालत पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने की टिप्पणी
- राज्य के काबिना मंत्री के क्षेत्र की सीएचसी में सीपीसी एनालाइजर तक नहीं
जोधपुर, ग्रामीण क्षेत्रों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की खस्ता हालत पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान सरकार पर निशाना साधा है। नोख के स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने के बाद शेखावत ने कहा कि नोख की सीएचसी में सामान्य सुविधाएं तक नहीं हैं।
कोरोना आपदा को एक साल बीत गया, लेकिन यहां सीपीसी एनालाइजर तक नहीं है। राजस्थान सरकार और उसके काबिना मंत्री इस विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। मुझे लगता है कि उन्हें इस विषय पर विचार करना चाहिए। केवल घोषणाएं करके वो लोगों को सुविधाएं प्रदान नहीं कर पाएंगे। प्राथमिक रूप से पीएचसी को बनाना, अपग्रेड करना और चलाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पोकरण विधानसभा क्षेत्र के नोख और नाचना में स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सा सुविधा को परखा और फील्ड सर्वे पर फोकस करने के निर्देश दिए। नोख में शेखावत ने कहा कि कोरोना आपदा में अनुभव किया गया कि ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों को अपडेट करने की आवश्यकता है, ताकि शहरों पर दबाव कम हो और लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर उचित चिकित्सा का लाभ मिल सके।
ये भी पढ़े :- जोधपुर को करे कोरोना मुक्त -प्रभारी मंत्री
उन्होंने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि हर पीएचसी में कम से कम एक ऐसा सुविधा केंद्र बने, जहां 10-15 मरीजों का इस तरह की आपदा के समय उपचार किया जा सके, जहां सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हों। शेखावत ने कहा कि यह सारा काम जनसहयोग और भामाशाहों के सहयोग से पूरा करने का प्रयास होगा।
नोख स्वास्थ्य केंद्र में शेखावत ने चिकित्साधिकारी और अधिकारियों के साथ विशेष रूप से कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए वार्ड को देखा। उन्होंने होम आइसोलेशन के मरीजों की सही तरीके से मॉनिटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने केंद्र को अत्याधुनिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन भी दी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नाचना में शेखावत ने कोरोना संक्रमित मरीजों के स्टेटस रिपोर्ट मांगी। यहां आईआरएल सर्वे और होम आइसोलेशन की मॉनिटरिंग को लेकर चिकिसक सही जानकारी नहीं दे सके। शेखावत ने जानना चाहा कि घर-घर सर्वे कैसे किया जाता है? आपका स्टाफ मरीजों के घर जाकर देख रहा है या खानापूर्ति कर रहा है।
जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी संतोषप्रद जवाब नहीं मिला तो केंद्रीय मंत्री ने नाराजगी जताई और तत्काल जैसलमेर कलेक्टर को फोन पर निर्देश दिए। शेखावत ने कहा कि कोरोना के मामले में सही तरीके से मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने चिकित्सा उपकरणों की जानकारी मांगी और कहा कि स्वास्थ्य केंद्र की क्या-क्या जरूरतें हैं? केंद्रीय मंत्री ने 8-10 बेड का अलग से मेडिकल वार्ड बनाने के लिए प्रस्ताव बनाने को कहा।
केंद्रीय मंत्री शेखावत के साथ पूर्व विधायक शैतान सिंह राठौड़, जिला प्रमुख प्रताप सिंह, अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सारदा, भाजपा जोधपुर देहात अध्यक्ष मनोहर पालीवाल, विक्रमादित्य सिंह आदि भी थे।