जेएनवीयू में प्रो.नामवर सिंह स्मृति व्याख्यान 5 को
अर्से बाद पुनः शुरू हुआ स्मृति व्याख्यान का दौर
जोधपुर,जेएनवीयू में प्रो.नामवर सिंह स्मृति व्याख्यान 5 को। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय,जोधपुर की विस्तार व्याख्यानमाला योजना के तहत 5 सितम्बर को दोपहर 1 बजे विश्वविद्यालय के केन्द्रीय कार्यालय स्थित बृहस्पति भवन में प्रो.नामवर सिंह स्मृति व्याख्यान का आयोजन किया जायेगा।इस अवसर पर ‘विउपनिवेशवाद कुछ विचार’ विषय पर वरिष्ठ चिंतक एवं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली के पूर्व प्रोफेसर तथा संघ लोक सेवा आयोग, नई दिल्ली के पूर्व सदस्य प्रो.पुरुषोत्तम अग्रवाल मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.केएल. श्रीवास्तव करेंगे।
व्याख्यानमाला के संयोजक पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष एवं पूर्व अधिष्ठाता (कला, शिक्षा एवं समाज विज्ञान संकाय के प्रो.किशोरीलाल रैगर ने बताया कि कुलपति प्रो.वीवी जॉन के समय सन 1970 से 1974 तक प्रो.नामवर सिंह इस विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष रहे थे। यहाँ रहकर उन्होंने कई नवाचार किए तथा हिन्दी पाठ्यक्रमों को अखिल भारतीय स्वरूप प्रदान किया एवं जब वे जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय,नई दिल्ली में गए तब वहां पर विस्तृत रूप में उस पाठ्यक्रमों को आरंभ किया। प्रो.नामवर सिंह हिन्दी आलोचना के शलाका पुरुष माने जाते हैं। उन्होंने प्रगतिशील हिन्दी आलोचना को स्थापित किया। छायावाद,इतिहास और आलोचना, कहानी-नयी कहानी, कविता के नये प्रतिमान,दूसरी परम्परा की खोज,वाद-विवाद और संवाद उनकी चर्चित कृतियां हैं। इनके अतिरिक्त भी उनके व्याख्यानों के कई संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं।
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प्रो.एलएस राठौड़ ने की थी इसकी शुरूआत:-
उल्लेखनीय है कि प्रो.एलएस राठौड़ ने कुलपति रहते हुए अपने वेतन से राशि देकर प्रो.नामवर सिंह व्याख्यानमाला प्रारंभ किया था, जिसके अन्तर्गत कई व्याख्यान हुए तथा स्वयं प्रो.नामवर उपस्थित हुए। अन्तिम बार व्याख्यान 2004 में प्रो. कौशलनाथ उपाध्याय के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष रहते हुए हुआ था। इसके पश्चात् ऐसे व्याख्यानमालाओं की जरूरत महसूस करते हुए उच्च अकादमिक सोच रखने वाले कुलपति प्रो.केएल श्रीवास्तव द्वारा इसकी पुनः शुरूआत कर नया शैक्षणिक वातावरण की जमीं तैयार कर अनूठा कार्य किया जा रहा है।
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