रेलवे का निजीकरण देश जनता के हित में नहीं – माथुर
जोधपुर, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाईज यूनियन के जोनल महामंत्री मुकेश माथुर ने कहा कि केन्द्र सरकार पिछले रास्ते से रेलवे का निजीकरण करने का प्रयास कर रही है। नीजिकरण देश हित, जनता और सरकार के हित में नहीं है। इस लिये रेलवे कर्मचारी जनहित और कर्मचारी हित के लिये सरकार की इस मंशा को कभी पूरी नहीं होने देगे और इसके लिये हर स्तर पर आंदोलन किया जायेगा। वे आज जोधपुर प्रवास पर पत्रकारों से रूबरु हो रहे थे।
उन्होने कहा कि एक तरफ तो राज्य सरकार और केन्द्र सरकार पूर्व की सरकारों के बनाये गये कानूनो में बदलाव कर रही है लेकिन पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को केन्द्र सरकार दर किनार करके युवाओं के भविष्य को लेकर खिलवाड़ करने के साथ नीजिकरण की नीति को बढावा देती नजर आ रही है। उन्होने कहा कि वर्तमान समय में काम कम और मीटिंगो का दौर ज्यादा चल रहा है जिसमे पांच दिन काम और पच्चीस दिन मीटिंगे ली जा रही है जिसके चलते मीटिंगो में हुए निर्णयों पर अमल नहीं हो पा रहा है।
रेलवे को नीजि हाथो में सौंपने की चल रही अंदरूनी प्रक्रिया पर उन्होने कहा कि जब पैसा जनता का और सुविधाएं रेलवे ने विकसित की तो सिर्फ कमाई के लिये ही ट्रैने और ट्रेक नीजि हाथो में सौंपना जनहित और देश हित में कभी नहीं हो सकता। उन्होने कहा कि कर्मचारियों की कमी के चलते वैसे ही रेलवे में संरक्षा और सुरक्षा के पैमाने बदलते जा रहे हैं इस बीच रेलवे मंत्रालय ने एक आदेश और जारी किया जिसमे मानव शक्ति का युक्तिकरण करने की कार्यवाही करने को कहा जिसमे कम कर्मचारियों से ज्यादा काम लिया जाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि रेलवे यूनियन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता रेलवे के नीजिकरण के नीजिकरण की ओर बढ़ते कदमो को रोकने और रेलवे कर्मचारियों के हिते के लिये आंदोलन करते रहेंगे और इसी कड़ी में 18 अप्रेल से 1 मई तक आंदोलन चलाकर छोटे से स्टेशन से लेकर रेल मंत्रालय तक आवाज उठायी जा रही है।
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