पुलिस कर्मियों पर जबरन वसूली व अपहरण का आरोप
- पुलिस कर्मी ने ड्राइविंग सीट पर बैठ कर कहा-आपका अपहरण हो गया है
- पुलिस कर्मी ने डराया धमकाया
- दो नामजद पुलिस कर्मियों सहित तीन चार अन्य पर केस दर्ज
जोधपुर(डीडीन्यूज),पुलिस कर्मियों पर जबरन वसूली व अपहरण का आरोप। शहर के रामदेव नगर बनाड़ रोड के रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस कर्मियों पर जबरन वसूली और अपहरण किए जाने का आरोप लगाते हुए महामंदिर थाने में मामला दर्ज कराया है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए इसमें पुलिस के उच्च अधिकारियों की तरफ से तफ्तीश की जा रही है।
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रिपोर्ट में रामदेव नगर बनाड़ रोड निवासी दिलीप गौड़ ने बताया कि 14 जुलाई को वह अपने मित्र रमेश शर्मा के साथ शॉपिंग के लिए मानजी का हत्था पावटा स्थित रिलायंस ट्रेंड्स गए थे। वाहन पार्किंग के दौरान सफेद ब्रेज़ा गाड़ी में सवार कुछ पुलिसकर्मी जिनमें से एक का नाम जगमाल बताया गया है, जबरदस्ती उनकी कार में बैठ गए। आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने उन्हें पूछताछ के बहाने गाड़ी से उतार कर उनकी कार अपने कब्जे में ले ली और जबरन उन्हें माता का थान थाना ले जाया गया।
गौड़ ने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मियों ने उनसे 1 लाख रुपये नकद,उनकी पत्नी के एटीएम से निकाले गए 1 लाख रुपए और उनकी क्रिप्टोकरेंसी जबरन ट्रांसफर करवा ली। उनका आईफोन भी कुछ समय के लिए जब्त किया गया। थाने में मौजूद एक अन्य पुलिसकर्मी राकेश पर भी धमकाने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है।
पीडि़त ने बताया कि यह पूरी कार्यवाही बिना किसी वैधानिक कारण के,वर्दी का दुरुपयोग करते हुए,आपराधिक मंशा से की गई। उन्होंने संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने और उनसे वसूली गई नकद राशि व क्रिप्टोकरेंसी को बरामद कर वापस दिलवाने की मांग की है।
परिचित के भी 50 हजार ले लिए
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस कर्मी जगमाल और अन्य ने मिलकर पीडि़त के 50 हजार और उनके परिचित के भी 50 हजार रुपए यानी एक लाख रुपए अपने पास रख लिए। फिर उनकी पत्नी के एटीएम कार्ड के पास वर्ड लेकर परिचित को एक लाख रुपए निकाल कर लाने को कहा गया। फिर एक लाख रुपए एसबीआई से निकाल कर लाए गए।
जगमाल खुद सीट पर आकर बैठा, पीडि़त को बैठाया पीछे
रिपोर्ट में आरोप है कि पुलिस कर्मी जगमाल ने उसे ड्राइविंग सीट से उतारकर पीछे वाली सीट पर बैठा दिया जहां तीन चार अन्य पुलिस कर्मी सादेवस्त्रों में थे। फिर कहा कि आपका अपहरण हो गया है। फिर से थाने ले जाया गया। पीडि़त कहना है कि उसे धमकाया गया कि यह बात किसी को नहीं बताई जाए। फिर से छोड़ दिया गया और फोन भी लौटा दिया गया।