44 दिन से गुमशुदा बालक को पुलिस ने ढूंढा
- उमंग-चतुर्थ
- परिवार को सुपुर्द किया
- घरवालों ने मोबाइल नहीं दिलाया
- दोस्तों के साथ घूमने पर थी पाबंदी
- घर से निकल गया
जोधपुर,44 दिन से गुमशुदा बालक को पुलिस ने ढूंढा।शहर के सूरसागर स्थित भूरटिया से 25 अक्टूबर को एक बालक अपने घर से निकल गया। पुलिस ने 44 दिन के बाद बालक का पता लगाते हुए उसे अब परिजन को सुपुर्द किया। बालक घरवालों द्वारा मोबाइल नहीं दिलाने और दोस्तों के साथ घूमने पर लगी पाबंदी से नाराज होकर निकल गया था।
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उसके पिता की तरफ से सूरसागर थाने में 3 नवंबर को रिपोर्ट दी गई थी। परिवार ने काफी ढूंढने की कोशिश की थी। पुलिस ने उमंग चतुर्थ के तहत अभियान में इस बालक को ढूंढा है।
सूरसागर थानाधिकारी मांगीलाल विश्रोई ने बताया कि भूरटिया के रहने वाले गंगाराम पुत्र देरामराम ने 3 नवंबर को रिपोर्ट दी थी। इसके अनुसार 25 अक्टूबर को उसका पुत्र भूरटिया में चल रही साइट पर काम देखने के लिए निकला था। मगर वह वापिस घर नहीं लौटा,उसकी काफी तलाश की गई मगर पता नहीं चल पाया।
थानाधिकारी मांगीलाल विश्रोई ने बताया कि आस पास मालूम करने पर पता लगा कि बालक परिवार के लोगों द्वारा मोबाइल नहीं दिलाने और दोस्तों संग घूमने के लिए पाबंदी लगा रखी थी। जिस पर वह नाराज होकर निकला था।
तकनीकि साधनों और मुखबिरी तंत्र को मजबूत कर बालक का पता लगाया गया और परिजन के सुपुर्द किया गया। बालक का अब 44 दिन बाद पता लगा है। पुलिस की तरफ से यह कार्रवाई उमंग-चतुर्थ के तहत की गई है। बालक को ढूंढने के लिए एसआई कैलाश पंचारिया, हैड कांस्टेबल हीराराम,कांस्टेबल मनीष एवं धर्माराम का सहयोग रहा।