बाड़मेर में खुलेगा उत्तर-पश्चिम रेलवे जोन का पहला रेल कोच रेस्टोरेंट
- खड़े डिब्बे में बिना टिकट ले सकेंगे खाने का लुत्फ
- गैर यात्री भाड़ा आय बढ़ाने की दिशा में रेलवे का नवाचार
जोधपुर,उत्तर-पश्चिम रेलवे जोन का पहला कोच रेस्तरां जोधपुर मंडल के बाड़मेर रेलवे स्टेशन पर खुलने जा रहा है। इस वातानुकूलित रेस्टोरेंट में एंट्री के लिए आपको रेलवे टिकट की आवश्यकता नहीं होगी, यहां पर बिना सफर किए और बिना रेल टिकट के ही रेल कोच में बैठकर खाने का आनंद ले सकेंगे।
मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय ने बताया कि मंडल के बाड़मेर रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में इस रेल कोच रेस्तरां की स्थापना की सभी तैयारियां कर ली गई हैं और जल्दी ही इसकी शुरुआत की जाएगी। उन्होंने बताया कि रेलवे के गैर यात्री भाड़ा आय बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न स्टेशनों पर रेल कोच रेस्टोरेंट खोलने की योजना के अनुरूप निजी प्रतिभागी को रेलवे स्क्रैप व सवारी गाड़ी का डिब्बा उपलब्ध करवाता है। जिसकी आंतरिक सज्जा निविदाकर्ता की ओर से करनी होती है।
उन्होंने बताया कि बाड़मेर में रेल कोच रेस्टोरेंट का इंटीरियर को खास तरह से डिजाइन किया गया है जिससे पूरे परिवार के साथ बैठकर इसमें स्वादिष्ट खाने का लुत्फ उठाया जा सकेगा। खास बात यह है कि यहां भोजन करने के लिए ही रेल यात्रियों के साथ आम शहरवासी भी आ सकेंगे। उन्होंने बताया कि बाड़मेर रेलवे स्टेशन सामरिक पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण स्टेशन है और सबसे गौरवपूर्ण बात यह है कि उत्तर-पश्चिम रेलवे जोन में इस तरह का नवाचार पहली बार बाड़मेर रेलवे स्टेशन से हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि बाड़मेर में खुलने वाले रेस्तरां को द वीआईपी एक्सप्रेस का नाम और हेरिटेज लुक दिया गया है जिसकी जिम्मेदारी प्रतापसिंह को दी गई है।
एक साथ बैठ सकेंगे 70-75 लोग
रेल कोच रेस्टोरेंट में एक बार में एक साथ 70 से 75 ग्राहक बैठ सकेंगे और खास बात ये है कि इसमें परिवार अथवा समूह के लिए अलग से लॉन्ज होगी।
ट्रेन के पुराने कोच को बदला जाता है रेस्तरां में
हालांकि रेल कोच रेस्तरां रेलवे के लिए कोई नया कांसेप्ट नहीं है अनेक रेलवे जोनों में इस तरह के रेस्तरां चल रहे हैं। रेस्तरां को ट्रेन की तरह से इंटीरियर किया जाता है जिससे यात्रियों को ऐसा अनुभव मिले जैसे वह ट्रेन में सफर करते हुए खाना खा रहे हैं। इसके साथ ही कोच के आसपास की जगह को भी खाना खाने के लिए विकसित किया जाता है, जिसे लोग खुले में भी भोजन करना चाहे तो कर सकते हैं।
निजी फर्म की होगी जिम्मेदारी
थीम बेस रेल कोच रेस्टोरेंट को निजी फर्म संचालित करेगी। इसके लिए उसे निर्धारित किराया रेलवे को देना होगा। रेलवे द्वारा उसे केवल एक कोच उपलब्ध करवाया गया है तथा कोच में इंटीरियर सजावट, खानपान तैयार करने और बैठने के लिए सभी तरह की व्यवस्थाएं उसे ही करनी होगी।
इनका कहना है
जोधपुर रेल मंडल के जैसलमेर, जोधपुर,महामंदिर व भगत की कोठी रेलवे स्टेशनों पर इस तरह के थीम बेस रेस्तरां खोलने का प्रस्ताव है। जोधपुर और जैसलमेर स्टेशनों के पुनर्विकास प्रक्रियाधीन होने के कारण योजना को अमलीजामा पहनाने में समय लग सकता है।
– गीतिका पांडेय
डीआरएम,जोधपुर
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