जोधपुर, रातानाङा स्थित पीपलेश्वर महादेव मंदिर गौशाला में 18 मार्च से मंदिर के महंत श्रीधरगिरी महाराज और मसुरिया रामद्वारा के महंत रामरतन महाराज के सानिध्य आयोजित कथा के पांचवें दिन कथावाचक संत रामप्रिय दास महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का प्रसंग के दौरान माखन चोरी, पुतना व दैत्यों के वध की कथा का वर्णन सुनाया। संत रामप्रिय दास ने कहा कि जहां भगवान होते हैं वहां सारे बंधन टूट जाते हैं और जहां माया होती है वहां सारे बंधन रहते हैं।

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आयोजक शशीलता शर्मा और सुधीर शर्मा ने बताया कि इस दौरान नंदोत्सव व फागोत्सव मनाया गया। जिसमें भजन व होरी गायक पंकज जांगिड़, मंजु डागा,गीता मेवाड़ा,मंजु प्रजापति, मंजु पंवार, पुष्पा चौधरी और मीरा झाला ने भजनों व होरियों की प्रस्तुति दी। जिन पर राधाकृष्ण की भव्य झांकी के साथ महिलाओं ने नृत्य किया और पुष्प व अबीर गुलाल से होरी खेली। छठे दिन की कथा में रास महोत्सव, कंस वध व कृष्ण रुक्मिणी विवाह का प्रसंग सुनाया जाएगा।