फ्लैगशिप योजनाओ के प्रचार-प्रसार और जनसुनवाई को आधार बनाएं अधिकारी-कलेक्टर
प्रशासन व पुलिस संयुक्त रूप से कार्यवाही कर दें परिणाम
जोधपुर, जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में राजस्व अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई। जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने विभागीय योजनाओं की प्रगति पर चर्चा कर निर्देश दिए कि सभी अधिकारी राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को धरातल पर लाकर अधिक से अधिक आमजन को लाभान्वित करें। उन्होंने राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में जल जीवन मिशन,चिरंजीवी योजना, उड़ान अभियान व राज्य सरकार के फ्लैगशिप योजनाओं पर विस्तार से चर्चा कर संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों को नियमित जनसुनवाई ,राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओ के प्रचार-प्रसार और चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में शत-प्रतिशत पंजीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि पूरे जिले को चिरंजीवी योजना से जोड़ने के लिए हमें चिरंजीवी पंचायत, चिरंजीवी यात्रा जैसे नवाचारों का क्रियान्वयन करना होगा। आगामी बजट घोषणा के लिए कार्यो के प्रस्ताव अतिशीघ्र तैयार कर विभागाध्यक्ष को प्रेषित करें ताकि उन्हें बजट घोषणाओं में सम्मिलित किया जा सके।
प्रशासन गांवों व शहरों के संग शिविरों के संबंध में जिला कलेक्टर ने सभी उपखंड अधिकारियों, तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों को निर्देशित किया कि अभियान के दौरान निस्तारित किए गए प्रकरणों में रही किसी भी प्रकार की कमी को पूर्ण कर सभी राजस्व रिकॉर्ड को व्यवस्थित रूप से दर्ज रखें। रास्ते संबंधी प्रकरणों को केवल शिविरों तक ही सीमित न रखें बल्कि इस प्रक्रिया को सतत रूप से जारी रखें। सभी उपखण्ड अधिकारियों से उनकी आगामी रणनीति पर विस्तार से चर्चा की तथा उन्हें आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को मुख्य परियोजनाओं के क्रियान्वयन में आपसी समन्वय कर निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने को कहा।
फ्लैगशीप योजनाओं की समीक्षा कर योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर सुनिश्चित करें कि जिले का कोई भी पात्र व्यक्ति लाभांवित होने से वंचित नहीं रहे। मुख्यमंत्री चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से अधिकाधिक नागरिकों को जोड़कर लाभांवित किया जाए। सभी उपखंड अधिकारियों को कहा कि अवैध खनन पर दबिश देने से पूर्व जॉइंट एनफोर्समेंट फोर्स के साथ सामंजस्य स्थापित कर कार्यवाही करें। आवश्यकता होने पर एफआईआर दर्ज करवाएं, कोशिश करें कि एफआईआर नामजद लोगों के खिलाफ ही हो ताकि कार्यवाही को गति मिल सके। अवैध खनन के क्षेत्र को चिन्हित कर उचित कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। अधिकारियों ने जिला कलेक्टर को बताया कि इस वित्तीय वर्ष में उनके विभाग द्वारा 240 कार्यवाही हुई जिनमें 135 बजरी खनन से से संबंधित थी। इन कार्यवाहियों में विभाग द्वारा कुल 310 करोड़ की वसूली की गई है।
एडीएम सिटी तृतीय हेमेंद्र नागर ने जिला कलेक्टर को जिले की फसल संबंधी प्रकरणों से अवगत कराया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित काश्तकारों के डाटा को शीघ्रातिशीघ्र पोर्टल पर अपलोड कराएं ताकि प्रशासन राज्य सरकार द्वारा बजट की मांग करे। उन्होंने यह कार्य तहसीलदार स्तर पर किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रभावित काश्तकारों के डाटा अपलोड होने के बाद ही उन्हें सब्सिडी की रकम उपलब्ध कराने की प्रक्रिया आरंभ होगी, इसलिए इस कार्य को प्राथमिकता देते हुए शीघ्र पूर्ण करें।
वन व खनन विभाग की समीक्षा करते हुए जिला कलेक्टर ने आरएसी कमांडेंट के खिलाफ शो कॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन को संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए उचित परिणाम सुनिश्चित करने होंगे। उपखंड अधिकारी अपने पुलिस सहयोगियों के साथ हर शाम गश्त पर जाएं और परिवहन पर भी नजर बनाए रखें। राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में जिला कलेक्टर ने सीएम रिलीफ फंड में कोताही बरतने वाले अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभागीय जांच के पेंडेंसी प्रकरणों की समीक्षा की तथा उन्हें शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिए। बैठक में संपर्क पोर्टल पर राजस्व प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने सीएम सेल के राजस्व संबंधी प्रकरणों की पेंडेंसी की भी समीक्षा की। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को कहा कि सीएम सेल से संबंधित सभी प्रकरणों के जवाब उचित प्रकार से दें। उन्होंने कहा कि कार्यवाही और रिपोर्टिंग में अंतर नहीं होना चाहिए क्योंकि प्रत्येक प्रकरण की क्रॉस चेकिंग की जा रही है। सिलिकोसिस के पेंडिंग प्रकरणों में संबंधित अधिकारियों को पूर्ण संवेदनशीलता के साथ उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। बैठक में जिला कलेक्टर ने उपखंड अधिकारियों को कोर्ट ने जवाब देने संबंधी प्रकरणों में प्रशासन की लीगल सेल के अधिकारियों से संवाद स्थापित कर उचित प्रकार से निराकरण करने के निर्देश दिए।
प्रशासन गांव के संग अभियान के संबंध में जिला कलेक्टर ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऑनलाइन कन्वर्जन प्रकरणों को तुरंत प्रभाव से निस्तारित करें, अतिक्रमण प्रकरणों की भी समीक्षा की। बैठक में एडीएम प्रथम मदनलाल नेहरा, एडीएम द्वितीय मुकेश कुमार कलाल, एडीएम सिटी प्रथम रामचन्द्र गरवा, एडीएम सिटी द्वितीय सत्यवीर यादव, एडीएम सिटी तृतीय हेमेन्द्र नागर, समस्त उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार व अन्य राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।
दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन अभी डाउनलोड करें – http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews