जोधपुर, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की ओर से देश के विभिन्न राज्यों के लोक कलाकारों की लोककला पर आधारित महाकुंभ ‘लोकानुरंजन मेला’ 18 से 20 फरवरी तक जयनारायण व्यास टाउन हॉल परिसर में आयोजित किया जाएगा।
अकादमी सचिव एलएन बैरवा ने बताया कि कोविड की पालना के साथ यह मेला प्रतिदिन दो भागों में प्रस्तुत किया जाएगा। प्रथम दिन 18 फरवरी को टाउन हॉल परिसर में शाम 6.30 से 7 बजे तक राजस्थान के विभिन्न जिलो के लोककलाकार अपनी लोककलाओं से मनोरंजन करेंगे। इस सत्र मे जानकीलाल चाचौड़ा चकरी नृत्य, गोपाल बम्ब नृत्य, धानुक शाहबाद सहरिया नृत्य, शशिबाला लक्ष्मणगढ़ बम्ब नृत्य, राधेश्याम बालोतरा युवा गैर, पाबूसर के गोपालराय डफ नृत्य, बांदीकुई के अकरम का बहरूपिया, जोधपुर के एहसान का सामूहिक शहनाई के साथ ही जोधपुर के गोविन्द मिरासी तीन ढोल बांकिया, उस्मान खान का जादूगर करतब तथा भारतीय लोककला मंडल कठपुतली नृत्य प्रस्तुत करेगी। प्रथम दिन 18 फरवरी को 15 मिनट के विश्राम के बाद इसी परिसर में कोविड पालना के साथ ही देश के विभिन्न प्रांतों के लोक कलाकार अपनी प्रस्तुति से लोकानुरंजन करेंगे। इसके अंतर्गत जम्मु कश्मीर के इरफान खान साथी रूफ नृत्य, उतराखंड के जोगिन्दर सिंह हब्बी साथी सिरमोरी नृत्य, महाराष्ट्र साथी फाग, पंजाब के अरमिन्दर सिंह गिद्धा, रोहतक प्रस्तुत किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन 19 फरवरी को टाउन हॅाल परिसर में जानकीलाल चाचौडा द्वारा चकरी नृत्य, शशिबाला लक्ष्मणगढ की बम्ब नृत्य, अकरम बांदी कुई के बहुरूपिया, ऐहसान जोधपुर के सामूहिक शहनाई, गंगादेवी पादरला द्वारा तेरहताल नृत्य, विजय लक्ष्मी, महेश आमेटा उदयपुर के चरी नृत्य, जितेन्द्र पाराशर डीग द्वारा मयूर नृत्य तथा भारतीय लोक कला मण्डल उदयपुर द्वारा कठपुतली प्रस्तुत किए जाएंगे। इसी दिन परिसर में सायं 7.15 बजे इरफान खान एवं साथी जम्मू कश्मीर द्वारा रूफ नृत्य, प्रकाश विशिष्ट एवं साथी उतराखण्ड द्वारा छपेली नृत्य, जोगिन्दर सिंह हब्बी एवं साथी हिमाचल प्रदेश द्वारा सिरमोरी नाटी नृत्य, श्रद्धा संविदकर एवं साथी महाराष्ट्र द्वारा कोली नृत्य, अशोक गुडा हरियाणा द्वारा घूमर नृत्य, अरमिन्दर सिंह एवं साथी पंजाब द्वारा भंगड़ा नृत्य आदि कार्यक्रम होंगे।
समारोह में 20 फरवरी को सायं 6.30 बजे टाउन हॅाल परिसर में गोरधन राम बालोतरा का सफेदी अांगी गैर, अचलाराम द्वारा डांडिया, ऐहसान जोधपुर द्वारा सामुहिक शहनाई, श्यामाराम द्वारा तीन ढोल थाली बांकिया, दिलावर जोधपुर द्वारा कच्ची घोड़ी, उस्मान खान द्वारा जादूगरी तथा सायं 7.15 बजे गंगा देवी पादरला का तेरहताल नृत्य, विजय लक्ष्मी, महेश आमेटा का घूमर नृत्य, जितेन्द्र पाराशर डीग का फूलों की होली नृत्य, सीमा जोधपुर का भवाई व कालबेलिया नृत्य आदि कार्यक्रम होंगे।