जोधपुर के लक्ष्मण राम बने वायु सेना में फ्लाइंग अफसर

जोधपुर, वायुसेना अकादमी हैदराबाद में शनिवार 18 दिसम्बर को आयोजित संयुक्त दीक्षांत परेड (पासिंग आउट परेड) में शेरगढ़ क्षेत्र के भोमसागर गाँव के लक्ष्मण राम सुथार पुत्र शंकरा राम सुथार भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में कमीशन हुए। 16 साल वायुसेना में वायुसैनिक के रूप में सेवा करते हुए एक साल पहले उनका अफसर के लिए चयन हुआ और वायुसेना अकादमी हैदराबाद में एक साल के गहन प्रशिक्षण के उपरांत शनिवार को भारतीय वायु सेना अध्यक्ष (चीफ ऑफ एयर स्टाफ) एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने भारत के राष्ट्रपति की ओर से उन्हे फ्लाइंग अफसर की रैंक प्रदान की।

नव कमीशन लक्ष्मण सुथार की ब्रांच लेखा है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा कारगिल शहीद दमाराम जाखड़ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चाबा (शेरगढ) में हुई और उच्चतर शिक्षा जोधपुर के हनवन्त उच्च माध्यमिक विद्यालय और राजकीय महात्मा गाँधी उच्च माध्यमिक विद्यालय में हुई। वायु सेना में कार्यरत रहते हुए उन्होंने अपने अध्ययन को जारी रखा व विभिन्न उपाधियाँ हासिल की जिसमें बीए., बीकॉम, एमए (हिन्दी), एमए (अर्थशास्त्र), अनुवाद में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, लेखा में डिप्लोमा,आईसीडब्ल्यूए (इंटरमीडिएट) शामिल है।

जोधपुर के लक्ष्मण राम बने वायु सेना में फ्लाइंग अफसर

पिता कारपेंटर और माता गृहणी

लक्ष्मणराम के पिता कारपेंटर थे व माता गृहिणी है। उनके बड़े भाई दलपत व छोटे भाई ओमप्रकाश पुणे में व्यवसायी है व छोटे भाई रमेश पैतृक गाँव में कारोबार देख रहे हैं। उनका चयन 11 साल के निरंतर प्रयत्नों व 13 एसएसबी के परिणाम स्वरूप हो पाया। उनके चयन में उनके माता-पिता, परिवार, गुरुजनों, मित्रों एवं पत्नी मनिषा सुथार का योगदान रहा। उनके पिता,चाचा कैप्टन चनणाराम,खिंयाराम,डॉ ओमप्रकाश, फ्लाइंग अफसर गणेश परमार, पत्नी मनिषा व उनके गुरुजन  झम्मनलाल उनके प्रेरणा स्रोत रहे। लक्ष्मण सुथार के अनुसार ईमानदारी,कठिन परिश्रम, लगातार प्रयास व दृढ़ संकल्प से  सफलता के हर मुकाम को हासिल किया जा सकता है।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन अभी डाउनलोड करें – http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews