जोधपुर: चिल्ड्रन थिएटर वर्कशॉप में बच्चों ने प्रस्तुत किया नाटक
- संस्कार भारती जोधपुर व कल्प सांस्कृतिक संस्था का संयुक्त आयोजन
जोधपुर(डीडीन्यूज),जोधपुर: चिल्ड्रन थिएटर वर्कशॉप में बच्चों ने प्रस्तुत किया नाटक।संस्कार भारती जोधपुर एवं कल्प सांस्कृतिक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के सहयोग से भीतरी शहर स्थित बालवाड़ी उच्च माध्यमिक विद्यालय में चल रही मस्ती की पाठशाला चिल्ड्रन थिएटर वर्कशॉप के अंतर्गत बुधवार को बच्चों द्वारा नाटक ‘बोली के प्रभाव’ का मंचन किया गया।
लोक कहावत “बातन हाथी पाइए, बातन हाथी पाट” पर आधारित इस नाटक में बच्चों ने अपने अभिनय कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि वाणी में शक्ति होती है और बोलचाल का व्यवहार व्यक्ति के भाग्य को बदल सकता है।
संस्कार भारती महानगर अध्यक्ष पंकज अवस्थी ने बताया कि 18 दिनों से आयोजित इस कार्यशाला में बच्चों को रंगमंच की बारीकियों से परिचित करवाया गया। कार्यशाला में सीखी गई बातों को ही आधार बनाकर बच्चों ने यह मंचन प्रस्तुत किया।
नाटक में बच्चों ने निभाए विभिन्न किरदार
राजा की भूमिका में रजत सारस्वत, ज्योतिषी की भूमिका में प्रांजल और भुवनेश,गृहस्वामिनी के रूप में जिया और लोकमुद्रा,सूत्रधार की भूमिका में सुहाना,पुण्यश्रवण,काशवी, अंकिता मंच पर नजर आए। पुत्री की भूमिका नम्रता थानवी और सिया ने निभाई,जबकि मंत्री बने स्वारा और प्राची। सैनिक के किरदार में आष्मी,जयश्री,मधुसूदन,हिमांशु ने प्रस्तुति दी। माँ-पुत्री के रूप में रिया और विधि तथा चोर के रूप में वासुदेव ने जीवंत अभिनय किया।
दीप प्रज्वलन से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई जिसमें संस्कार भारती जोधपुर प्रांत अध्यक्ष जितेंद्र जालौरी,महामंत्री पूनमचंद सुथार, रंगकर्मी हरीश देवनानी,कल्प सांस्कृतिक संस्था के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश व्यास,बालवाड़ी शिक्षण संस्था के सचिव दिवाकर अरोड़ा, इंडिगो पब्लिक स्कूल से सुदर्शन अरोड़ा एवं डॉ.अभय सिंह राजपुरोहित ने भाग लिया।
इस अवसर पर बिस्मिल्ला खां पुरस्कार से सम्मानित रंगकर्मी आशीष देव चारण,संस्था की उपाध्यक्ष सोनल पुरोहित,नेता प्रतिपक्ष लक्ष्मीनारायण सोलंकी, पार्षद मधुमती बोड़ा,महानगर उपाध्यक्ष सीमा माथुर,राजेश चौधरी, दीपेंद्र राठौड़,रेणु बोहरा,मुकेश भक्तानी समेत कई अतिथि उपस्थित थे।
नियमित प्रशिक्षण में रहा इनका योगदान
कार्यशाला के प्रशिक्षक राहुल बोड़ा ने बताया कि बच्चों को रंगमंचीय प्रशिक्षण देने में मनोज बोहरा,शरद पुरोहित,प्रियांशु मुथा और माधव थानवी का विशेष सहयोग रहा। कार्यशाला का समापन 27 जून को पर्यावरण विषयक विशेष सत्र के साथ किया जाएगा।