मन में हो संवेदना तो कविता बनती है-डॉ अकेला

चाबियंस द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवाद’ में बोले कवि डॉ राम अकेला

जोधपुर,(डीडी न्यूज)। मन में हो संवेदना तो कविता बनती है-डॉ अकेला। चाबियंस ग्रुप ने कला व साहित्य की बारीकियों को जानने के उत्सुक लोगों के लिए इनफॉर्मल टॉक शॉ ‘संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम संचालक पुलकित सिंह ने बताया कि युवाओं से सीधी बातचीत कर उनकी उलझने दूर करने के लिए सुप्रसिद्ध हास्य कवि डॉ राम अकेला,वरिष्ठ रंगकर्मी व समाज सेविका अनुराधा आडवाणी और फरीदाबाद से सुप्रसिद्ध लेखक और कवि दिनेश रघुवंशी उपस्थित थे।

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कार्यक्रम के आरंभ में सभी अतिथियों ने देश के ज्वलंत मुद्दों पर अपने तर्क रखते हुए अपनी रचनाओं को पेश किया। रघुवंशी ने देश में हो रही छिछली राजनीति पर अपने काव्य अंदाज़ में व्यंग्य किया। डॉ अकेला ने जीवन के 40 बसंत पूर्ण करने पर होने वाले एहसाह को अपनी कविता ‘अब चालीस के पार’ से पेश किया।

रंगकर्मी अनुराधा आडवाणी ने अमृता प्रीतम की जीवनी पर बात करते हुए डायलॉग डिलीवरी पर बात की। तत्पश्चात अतिथियों ने अपनी कलात्मक यात्रा के अनुभव दर्शकों के साथ साझा करते हुए हुए उनके सवालों के संतोष जनक जवाब दिए।

कार्यक्रम में कवि रघुवंशी की धर्मपत्नी इंदु,डॉ अकेला की अर्धांगिनी गीतू सिंह,शहर के वरिष्ठ लेखक व रंगकर्मी बीएम व्यास, रमेश बोहरा,शब्बीर हुसैन,गौरव बजाज,देवेंद्र सांचौरा,जमसा,हरीश देवनानी,मिर्ज़ा इरफ़ान बैग,मनीषा चौहान,स्नेहा भंडारी,सुनील पुरोहित, सोनम शर्मा,राधिका वैष्णव,लिपाक्षी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे। समापन पर ग्रुप चाबियंस से डॉ अब्दुल्लाह कुरैशी, जय सिंह,लेख व स्वरूप जोशी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।