रेलवे के दस्तावेज जलने के साथ फैक्ट्री में 40 लाख का नुकसान

जोधपुर, शहर में धुलंडी के दिन रेलवे वर्कशॉप और एक कार्टन फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। हादसे में एक तरफ रेलवे वर्कशॉप में रखे दस्तावेज जलकर नष्ट हो गए तो दूसरी तरफ  फैक्ट्री में 35-40 लाख का माल जलकर नष्ट हो गया। करीबन एक दर्जन से ज्यादा गाडिय़ां इन आग को बुझाने में लगी रही।

Heavy fire in railway workshop and carton packing factory

दमकल सूत्रों के मुताबिक रेलवे वर्कशॉप में रविवार की अपरान्ह में आग लगने की सूचना मिली। इस पर नागौरी गेट, शास्त्रीनगर एवं बासनी से दमकल को भेजा गया। आग की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि वह बुरी फैल गई।

सीएफओ जयसिंह चारण, एएफओ हेमराज, फायरकर्मी प्रशांत सिंह, नागौरी गेट से दमकल प्रभारी दलपत कलाल, सुनील विश्रोई, विकास एवं योगेश सहित कई फायरमैन वहां पर पहुंचे। इस आग को काबू करने में छह घंटे से ज्यादा समय लगा। आग लगने का कारण सामने नहीं आया है। यह संदिग्ध हालात में लगना बताया जाता है। यहां पर नागौरी गेट से दो, शास्त्रीनगर से तीन एवं बासनी से दमकल को भेजा गया था।

गाडिय़ों ने कई फेरों के बाद रात को इस आग पर काबू पाया। किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। उधर मंडोर फायर स्टेशन के प्रभारी अजयसिंह गहलोत ने बताया कि नौ मील मंडोर इंडस्ट्रीयल एरिया में आई एनपी रिपोइल्स एण्ड प्रोटिइनन गत्ता फैक्ट्री में आग लगी। यहां पर कार्टन पैकिंग का कार्य होता है।

आग लगने की सूचना पर प्रभारी गहलोत के साथ ही हेमेंद्र यादव, हुकमाराम, अनूपसिंह, दिलीप सिंह, अनिल, आयुष्मान, यश, आदिल एवं विनोद ने गाडिय़ों के आठ फेरों के बाद आग को छह घंटे बाद काबू पाया जा सका। इसमें करीबन 35-40 लाख का नुकसान होना बताया गया है।