श्रीमाली समाज की महिलाओं का घुड़ला उत्सव आरंभ

जोधपुर,श्रीमाली समाज की महिलाओं का दल शीतलाष्टमी पर्व पर तीजणियां ढोल-थाली के साथ पवित्र मिट्टी से निर्मित घुड़ला लेने पहुंची, इस कड़ी में ब्रह्मपुरी स्थित चूने की चौकी में श्रीमाली समाज की महीलाओं का घुड़ला पूजन शुरू हुआ। प्रवक्ता कविता ओझा ने बताया की सदियों पूर्व मारवाड़ की महिलाओं का अपहरण करने वाले घुड़ले खान का वध कर महिलाओं को मुक्त कराने की याद में महिलाएं आज भी सदियों पुरानी परम्परा निभा रही हैं।

घुड़ला होली के दूसर दिन से शुरू होती है और होली की राख से इस्की पूजा प्रारंभ होती है। होली के आठवें दिन तीजणियों की ओर से घुड़ला पूजन किया जाता है। इसमें विजयलक्ष्मी आेझा,चित्रम,इंदू,गार्गी,श्वेता,काजोल, पूनम, प्रीति, जानकी, सोनू, लाली, भारती, परम्परा निभा रही हैं। प्रतिदिन पूजा-आर्चना में विभिन्न तरह के श्रृगांर करती हैं। सुबह शाम गवर माता के गीत गाती हैं, महिलाओं द्वारा चैत्र नवरात्र की तीज पर गवर के सात घुड़ले का विसर्जन किया जाऐगा।

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