बंदी को घुमाने ले जाने के प्रकरण में दो कांस्टेबल सहित चार गिरफ्तार

  • पुलिस-अपराधी गठजोड़
  • पांच पुलिस कर्मी सपेन्ड
  • पार्किंग ठेकेदार व सहकर्मी भी गिरफ्तार

जोधपुर, कमिश्ररेट पुलिस के चालानी गार्ड के हैडकांस्टेबल और चार सिपाहियों को बंदी की मदद के नाम पर घुमाना महंगा पड़ गया है। पांचों सस्पेंड तो हुए ही हैं साथ ही दो पुलिस कर्मियों सहित दो अन्य को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया। इसमें एक पार्किंग को ठेकेदार और दूसरा पार्किंग में काम करने वाला कर्मचारी है।

एसीपी पश्चिम चक्रवर्ती सिंह राठौड़ ने बताया कि घटना में कांस्टेबल सुखबीर सिंह और नरेंद्र को गिरफ्तार करने के साथ पार्किंग ठेकेदार राधेश्याम एवं कार्मिक रामकिशोर को गिरफ्तार किया गया है।

दरअसल भीलवाड़ा में दो पुलिस कर्मियों की हत्या के आरोपी राजू फौजी के सहयोगी रामनिवास जाट को जोधपुर पुलिस मथुरादास माथुर अस्पताल से 7 जुलाई की रात 3 घंटे के लिए तफरी कराने ले गई थी। इस मामले में हेड कॉन्स्टेबल समेत 5 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जबकि दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।

पुलिस ने बताया कि पिछले साल भीलवाड़ा में अफीम तस्करों के साथ राजू फौजी से पुलिस की मुठभेड़ हो गई थी। मुठभेड़ में दो पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी। इस मामले में राजू फौजी के सहयोगी रामनिवास जाट को गिरफ्तार किया गया था। राम निवास जोधपुर जेल में बंद है। 24 जून को रामनिवास को पीठ दर्द की शिकायत पर जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
रामनिवास के अस्पताल में रहने के दौरान एक हेड कॉन्स्टेबल समेत 5 चालानी गार्ड की ड्यूटी थी।

रामनिवास अस्पताल के कोटेज वार्ड में था। इस दौरान नर्स इंजेक्शन लगाने आई तो कमरा अंदर से बंद मिला। डेढ़ घंटे तक दरवाजा नहीं खुला तो शक हुआ। ऐसे में अस्पताल का एक कर्मचारी पार्किंग के रास्ते कोजेट की खिडक़ी तक पहुंचा और खिडक़ी से अंदर जाकर कमरे का दरवाजा खोला। कमरे में न तो आरोपी रामनिवास था और न ही उसकी सुरक्षा में तैनात चालानी गार्ड मिले। इसके बाद नर्स ने अस्पताल की पुलिस चौकी को फोन कर इसकी सूचना दी।

चौकी से पुलिस ने चालानी गार्ड को फोन किया। फोन करने के बाद चालानी गार्ड बंदी रामनिवास को लेकर वापस अस्पताल पहुंच गए। जानकारी के मुताबिक चालानी गार्ड रामनिवास को उसके घर पर मिलाने के लिए ले गए थे। रामनिवास अस्पताल में 15 दिन से भर्ती है। ऐसे में जांच की जा रही है कि चालानी गार्ड कितनी बार रामनिवास को अस्पताल से बाहर लेकर गए। अस्पताल प्रशासन की ओर से पांचों पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।

मामला सामने आने के बाद एसीपी चक्रवर्ती सिंह शुक्रवार रात अस्पताल पहुंचे। उन्होंने चालानी गार्ड बदल दिए। बाद में कमिश्नर रविदत्त के निर्देश पर पुलिस उपायुक्त ने आरोपी हेड कॉन्स्टेबल परसादीलाल मीणा, कांस्टेबल श्रवण, सुखवीरसिंह, सत्य नारायण व नरेन्द्र को सस्पेंड कर दिया। इन सभी के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। शनिवार को शास्त्री नगर पुलिस ने दो कॉन्स्टेबल सुखवीरसिंह व नरेन्द्र को गिरफ्तार करने के साथ ही पार्किंग ठेकेदार राधेश्याम व उसके लिए काम करने वाले रामकिशोर को पकड़ा है।

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