जोधपुर, सोशल मीडिया फेसबुक पर फर्जी और फेक आईडी बनाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां तक कि पुलिस अधिकारी भी इससे बच नहीं पा रहे है। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट में डीसीपी पूर्व भुवन भूषण यादव की किसी ने फेक आईडी बना डाली। हालांकि इसके माध्यम से अभी तक कोई विशेष गतिविधि संचालित नहीं की गई है।

यादव को समय रहते इसका पता चल गया और उन्होंने अपने दोस्तों व परिचितों को मैसेज भेज फेक आईडी के बारे में सचेत किया है। उन्होंने लिखा है कि यदि किसी के पास मेरे नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट आए तो उसे स्वीकार नहीं करें।

दरअसल आजकल हर कोई फेसबुक का उपयोग कर रहा है। दोस्तों और परिवार के रिश्तेदारों के साथ जुड़े रहने और नए दोस्त बनाने का सबसे सही तरीका है लेकिन फेसबुक बहुत सारे फर्जी और फेक आईडी खाता भी है जिसकी पहचान करना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसी ही फेक आईडी डीसीपी पूर्व भुवन भूषण यादव की बनाई गई है। उन्होंने इसके लिए आमजन व परिचितों को सचेत कर दिया है।

आईअी एक्सपर्ट का कहना है कि हर फेसबुक अकाउंट में एक यूजरनेम होता है जो बिल्कुल असली नाम से मेल खाता है, जिससे हम इसे केवल एक बार बदल सकते हैं, कुछ लोग फेसबुक अकाउंट का नाम बदल देते हैं और एक फर्जी आईडी बना लेते हैं लेकिन अपना यूजरनेम बदलना भूल जाते हैं जिसकी मदद से आप फेसबुक की फर्जी आईडी देख सकते हैं। इसलिए सबसे पहले, आप जो आईडी देखना चाहते हैं, वह असली है या नकली, फिर उसकी प्रोफाइल पर जाएं और उसका आईडी यूआरएल चेक करें।

फेक फेसबुक अकाउंट कभी भी असली प्रोफाइल फोटो नहीं डाल सकता है, इसके लिए वह गूगल से फर्जी प्रोफाइल पिक्चर डाउनलोड करता है, आपको बस इतना करना है कि आप उसके फेसबुक अकाउंट पर जाएं और उसकी प्रोफाइल फोटो की जांच करे। फर्जी अकाउंट को चेक करने के लिए उसकी फोटो देखें, जिससे आपको पता चल जाएगा कि अकाउंट असली है या नकली।

फेक अकाउंट की फोटो गैलरी में आपको अंदाजा हो जाएगा कि फेक अकाउंट में सभी फोटो अलग-अलग लोगों के होंगे और फोटो कम होंगे। उनके दोस्तों की जांच करें और देखे की उनकी फ्रेंड लिस्ट में फ्रेंड्स लोकल है या ग्लोबल, और इससे आपको आईडिया लग जाएगा की यह फेसबुक अकाउंट उसकी फ्रेंड-लिस्ट से किस तरह से जुड़ा हुआ है।

Money saving deal’s everyday

अगर कोई फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि डेट ऑफ बर्थ कैसे दर्ज करें। इसलिए कि वे स्वयं डिफ़ॉल्ट तिथि पर एक खाता बनाते हैं। यह एक नकली फेसबुक प्रोफाइल की पहचान है। यदि कोई अपना स्वयं का फर्जी खाता बनाकर आपका खाता खोल देता है, तो पहले यह जांच ले कि खाता बनाने की तारीख क्या है और यदि वह खाता नया है तो फेक है, आप उसी समय इसकी रिपोर्ट कर सकते हैं।

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