जोधपुर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो सिरोही ने जालोर में शराब की दुकान के निर्बाध संचालन की एवज में मासिक बंधी के सात हजार रुपए बतौर रिश्वत लेने पर आबकारी थाना के प्रहराधिकारी (पुलिस निरीक्षक) सवाईसिंह रतनू को शनिवार सुबह रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एसीबी को देख प्रहराधिकारी ने रिश्वत राशि हवालात में चटाई के नीचे छुपा दी थी लेकिन ब्यूरो ने राशि बरामद कर ली।
ब्यूरो के उप महानिरीक्षक डॉ विष्णुकांत ने बताया कि जालोर जिले में भागली सिंघलान निवासी शराब व्यवसायी बागसिंहकी शिकायत पर जालोर के आबकारी थाने में प्रहराधिकारी जैसलमेर के देवीकोट में सिरवा गांव निवासी सवाईसिंह रतनू को सात हजार रुपए मासिक बंधी लेने पर गिरफ्तार किया गया।
प्रहराधिकारी राजस्थान पुलिस में निरीक्षक है और डेपुटेशन पर आबकारी में नियुक्त है। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायणसिंह ने बताया कि जालोर जिले के डूडसी गांव में अनुज्ञापत्रधारी अनेक कंवर की शराब की दुकान में बागसिंह सेल्समैन है।
दुकान के निर्बाध व सुचारू संचालन की एवज में प्रहराधिकारी सवाईसिंह ने बागसिंह से पांच हजार रुपए मासिक बंधी तय कर रखे थे। जनवरी 2021 से मार्च तक 15 हजार रुपए बंधी के बकाया थे। यह राशि मांगने पर शराब सेल्समैन ने एसीबी से शिकायत की।
एसीबी ने शुक्रवार को गोपनीय सत्यापन कराया तो प्रहराधिकारी ने आठ हजार रुपए ले लिए। शेष सात हजार रुपए देने के लिए आबकारी थाने में बुलाया जहां पहुंचते ही बागसिंह ने उसे सात हजार रुपए दिए। तभी एसीबी ने दबिश दी। ब्यूरो को देख प्रहराधिकारी घबरा गया और उसने रिश्वत राशि हवालात में चटाई के नीचे छुपा दिए जिसे गवाहों के समक्ष एसीबी ने बरामद किए और सवाईसिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।