जोधपुर, पदोन्नति की मांग को लेकर पंचायतीराज विभाग के इंजीनियरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रही। इन हड़ताली इंजीनियरों ने आज कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर अपनी मांगों का एक ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा। उनकी हड़ताल के कारण विभाग में काम ठप हो गए है और टेबलों पर फाइलों के अंबार लग गए। मनरेगा के कार्य भी प्रभावित हुए है। दरअसल ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग के इंजीनियर्स ने एक दिन पहले पदोन्नति की मांग को लेकर कामकाज छोड़ हड़ताल शुरू कर दी थी। इससे कई कार्य ठप हो गए है। जेइएन से लेकर अधीक्षण अभियंता तक इस विरोध प्रदर्शन में साथ दे रहे हैं। अभियंता पिछले कई दशकों से पदोन्नति नहीं होने की बात कह रहे हैं। पहले जिला परिषद सीइओ को ज्ञापन सौंप विरोध किया था अब आज जिला स्तर पर प्रदर्शन किया गया।ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज इंजीनियर्स एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव मोहनलाल चौधरी ने बताया कि पदोन्नति के लिए आरपी एसपी ने बैठक बुलाई थी, यह 15 दिसम्बर को प्रस्तावित थी लेकिन इसके बाद विभाग बैकफुट पर आ गया। पिछले वर्ष विभाग के शासन सचिव ने आश्वासन दिया कि पदोन्नति प्रक्रिया शुरू की जाएगी, तब अभियंताओं ने प्रदर्शन वापस ले लिया था। विभाग में मूल स्वीकृत पदों के विरुद्ध अभियंताओं की पदोन्नति की अनुमति प्रदान करने की जानकारी खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सार्वजनिक की थी लेकिन इसके बाद भी प्रक्रिया नहीं होने से इंजीनियर्स ने काम छोड़ दिया है। जिला स्तर पर प्रदर्शन के बाद अब 24 दिसंबर को संभाग मुख्यालयों और 27 को जयपुर स्तर पर आंदोलन को चलाया जाएगा।