जोधपुर, जिला प्रभारी मंत्री एवं उप मुख्य सचेतक महेन्द्र चैधरी ने गणतंत्र दिवस पर मंगलवार को जोधपुर के उम्मेद राजकीय स्टेडियम में आयोजित मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने खुली जिप्सी में सवार होकर परेड का निरीक्षण किया तथा परेड कमाण्डर मनोज कुमार के नेतृत्व में विभिन्न टुकड़ियों द्वारा प्रस्तुत मार्चपास्ट की सलामी ली। प्रभारी मंत्री चौधरी ने इस अवसर पर नागरिकों को सम्बोधित करते हुए 72 वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी तथा कहा कि 26 जनवरी 1950 स्वतंत्र भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है।

इस दिन संविधान लागू हुआ और देश को पूर्ण लोकतांत्रिक गणराज्य मिला। यह दिन हमारे राष्ट्र के आत्म गौरव और राष्ट्रीय शक्ति की अनुभूति का भी अवसर है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सत्य, अहिंसा, शक्ति, समानता का रास्ता हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। महात्मा गांधी का रास्ता हमारा सबसे बडा मंत्र है और यह मंत्र ही हमारे देश में गणतंत्र की सफलता का मार्ग है। उन्होंने कहा कि संविधान में बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेन्द्र प्रसाद जैसे महान राष्ट्र निर्माताओं के सपने और संकल्प शामिल हैं। इस संविधान की रोशनी में हम हमारे लोकतांत्रिक गणराज्य को हर दिन मजबूत बनाने के लिए समर्पित है, देश का हर नागरिक समर्पित है। उन्होंने कहा कि आज का दिन हमें हमारी आजादी के संघर्ष का भी स्मरण कराता है। इस आजादी के पीछे त्याग, तपस्या और बलिदान का एक महान और लंबा इतिहास है। उन्होंने कहा कि जोधपुर में भी आजादी की महान लड़ाई गांधीजी के सत्य और अंहिसा के मार्ग पर लड़ी गई। इस संघर्ष में जयनारायण व्यास, मथुरादास माथुर, सुमनेश जोशी, बालमुंकुद बिस्सा जैसे महान स्वतंत्रता सैनानियों का संघर्ष हम कभी भूल नहीं सकते है। उनका संघर्ष और योगदान समाज की भावी पीड़ियों के लिए आदर्श और प्रेरणा स्त्रोत है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भारत ने जिस तेजी से प्रगति की उसमें राजस्थान की भी तस्वीर को बदला है। जोधपुर खुद इस तरक्की का एक बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की न्यायपालिका की मुख्य पीठ भी जोधपुर में यह गर्व का विषय है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा कोविड- 19 के प्रबंधन में लॅाक डाउन जैसे संकट से उभरने के लिए राज्य में बाहर से आये हुए लाखों प्रवासी श्रमिकों एवं व्यक्तियों को खाद्यान एवं अनुदान राशि उपलब्ध कराते हुए रोजगार का प्रबंध किया। राज्य सरकार की इस संवेदनशीलता एवं कोविड के बेहतर प्रबंधन की प्रशंसा देश एवं विदेशों तक में हुई है। उन्होंने कहा कि कोई भूखा न सोए के संकल्प को साकार करते हुए मुख्यमंत्री ने जरूरतमंद लोगों के लिए इंदिरा रसोई जैसी योजना प्रारंभ कर संवेदनशीलता एवं मानवीयता का उदाहरण पेश किया है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप जिले में भी कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासन द्वारा आमजन को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए गए। अभियान में निःशुल्क मास्क वितरण के साथ ही सैनेटाइजेशन के बारे में जानकारियां दी गई। उन्होंने कहा कि अब कोविड वैक्सीन भी आ चुकी है। इस टीकाकरण में भी राजस्थान ने लीड ली है। समारोह में आरएसी, राजस्थान पुलिस, महिला पुलिस, पुरूष व महिला होमगार्ड, एनसीसी, स्काउट गाईड पुरूष व महिला, ग्रामीण पुलिस तथा होमगार्ड की टुकडियों द्वारा आकर्षक मार्चपास्ट प्रस्तुत की गई। समारोह में जेडीए, नगर निगम, महिला एवं बाल विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, कृषि उद्यान, जोधपुर विद्युत वितरण निगम, यातायात एवं शिक्षा विभाग द्वारा झांकिया भी निकाली गई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की झाँकी को प्रथम स्थान, महिला एवं बाल विकास की झाँकी को द्वितीय, जेडीए को तृतीय तथा ट्रेफिक पुलिस की झांकी को चौथा स्थान मिला। एडीएम प्रथम मदनलाल नेहरा ने राज्यपाल का संदेश पठन किया। समारोह में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चेयरमेन वैभव गहलोत, विधायक मनीषा पंवार, नगर निगम उत्तर की महापौर कुंति देवड़ा, उप महापौर अब्दुल करीम, राज्य सभा सांसद राजेन्द्र गहलोत, संभागीय आयुक्त डा राजेश शर्मा, जिला कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह, पुलिस आईजी नवज्योति गोगोई, पुलिस कमिश्नर जोस मोहन, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल, डीसीपी हैड क्वाटर राजेश मीणा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा इन्द्रजीत यादव, एडीएम प्रथम मदनलाल नेहरा, एडीएम द्वितीय मुकेश कुमार कलाल, एडीएम तृतीय अंजुम ताहिर सम्मा, एडीएम सिटी सत्यवीर सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा बलवंत मण्डा, नगर निगम के आयुक्त सहित पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी, पत्रकार, साहित्यकार एवं रंगकर्मी उपस्थित थे।