Discussion on new techniques helpful in head injury

हैड इंजरी में सहायक नवीन तकनीकों पर मंथन

ऐनेस्थीसियोलोजिस्ट की 25वीं तीन दिवसीय कांफ्रेंस व वर्कशॉप

जोधपुर,हैड इंजरी में सहायक नवीन तकनीकों पर मंथन। राजस्थान सोसायटरी ऑफ ऐनेस्थीसियोलोजिस्ट की मरूगढ़ में आयोजित 25वीं तीन दिवसीय कांफ्रेंस व वर्कशॉप में दूसरे दिन भी फैकल्टी व डेलिगेट्स में कार्यक्रम को लेकर जोरदार उत्साह रहा।

यह भी पढ़ें – भूंगरा में भूराबाबा का मेला 18 सितंबर को

कांफ्रेंस डॉ.एसएन मेडिकल काॅलेज निश्चेतना विभाग की मेजबानी में हो रहा है। आयोजन सचिव डॉ.गीता सिंगारियां ने बताया कि हैड इंजरी में सहायक नवीन तकनीकों पर एम्स दिल्ली प्रो.डॉ.बबीता गुप्ता,एयरवे की विभिन्न तकनीकों पर डॉ.आपेक्ष पटवा,वेंटिलेटर की नवीन तकनीकों पर डॉ.जितेन्द्र सोनी,डॉ.मोहन गुर्जर, डॉ.डालिम आचार्य द्वारा किया गया।

आयोजन अध्यक्ष डॉ.सरिता जनवेजा ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य अतिथि पदमश्री डॉ.माया टण्डन ने विधिवत उद़्घाटन किया। गेस्ट ऑफ ऑनर,मारवाड़ मेडिकल विवि के कुलपति डॉ.महेन्द्र कुमार आसेरी,एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ.जीडी पुरी,डॉ.एसएन मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ भारती सारस्वत,सोसायटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॅा.जेवी दिवातिया,जीसी मेंबर डॉ. रामाकिशन रेड्डी,डॉ.सुरेश भार्गव, राजस्थान सोसायटी ऑफ एनस्थिसियोलोजिस्ट के राज्य अध्यक्ष डॉ.सुशील भाटी,जोधपुर शहर के अध्यक्ष एवं साइंटिफिक चेयरमैन डॉ.राकेश कर्नावत, आयोजन कोषाध्यक्ष डॉ.चन्द्रा खत्री, वर्कशाप कार्डिनेटर डॉ.भरत पालीवाल मौजूद थे।

आईसीयू में मरीजों की देखभाल एवं डायग्नोसिस के लिए पाइन्ट ऑफ अल्ट्रा साउण्ड कार्यशाला का संचालन डॉ.कपिल देव सोनी एवं डॉ.मृत्युंजय ने किया। दर्द निवारण की विभिन्न तकनिकियों की कार्यशाला का संचालन एम्स मंगलागिरी के आचार्य डॉ.घनश्याम बिखानी ने किया।