दीपोत्सव: भाईदूज के साथ दीपोत्सव का समापन

जोधपुर, शहर में पंच दिवसीय दीपोत्सव का पर्व शनिवार को भाईदूज के साथ संपन्न हो गया। सुबह बहनों ने अपने भाईयों की पूजा अर्चना की। उन्हें रॉली मोळी बांध कर दीर्घायु की कामना की गई। दीपोत्सव पर शहर में काफी आतिशबाजी हुई। एक तरफ शहर आकर्षक रोशनी से नहा उठा तो दूसरी तरफ दीपोत्सव पर आकाश पटाखों की आवाज से गुंजायमान हो गया। शुक्रवार को रामाश्यामा मनाया गया। लोगों ने अपने अपने रिश्तेदारों और परिचितों से मिलकर दीपावली की शुभकामनाएं दी।

शहर में दीपोत्सव पर गुरूवार की रात को काफी गूंज सुनाई दी गई। अलसुबह तक लोगों ने आतिशबाजी की। बाद में अलसुबह ही महिलाओं ने उठकर गोरधन पूजा की। घरों के बाहर गोबर का कंडा बनाकर पूजा की गई। फिर दिन चढऩे के साथ लोगबाग रिश्तेदारों, परिचितों के यहां पर रामाश्याम करने पहुंचे। एक दूसरे को दीपोत्सव की शुभकामनाएं दी।

नहीं निकली चित्रगुप्त जयंती पर शोभायात्रा

दीपावली के ठीक एक दिन बाद ही भाईदूूज का पर्व मनाया जाता हैै। इस दिन कायस्थ समाज के आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त की जयंती भी मनाई जाती है। मगर कोविड की चलते इस बार भी कायस्थ समाज ने शोभायात्रा नहीं निकाली। उनके प्रतीकात्मक चित्र पर ही माल्यार्पण कर पूजन किया गया और प्रसादी बांटी गई।

सोमवार से कार्यालय में लौटेगी रौनक, खुलेंगे स्कूल

दीपोत्सव शनिवार को संपन्न होने के साथ अब अवकाश खत्म हो गया है। सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में सोमवार को रौनक लौट आएंगी। रविवार को वैसे भी अवकाश है। सोमवार से ही स्कूलों का दीपावली अवकाश खत्म हो जाएगा। ऐसे में सोमवार को स्कूलों में भी रौनक लौट आएगी।

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