जोधपुर, प्रभारी मंत्री व राज्य विधानसभा के उपमुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन के कारण ही हम राज्य में कोविड का बेहतर प्रबन्धन कर संक्रमण के प्रसार को काफी हद तक नियंत्रित कर पाये हैं। उन्होंने कहा कि जोधपुर जिला प्रशासन पुलिस, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग निगम सहित पूरी टीम ने बेहतरीन कार्य कर सुव्यवस्थाएं बनाये रखी है।आगे भी इसी प्रकार कोविड संक्रमण की तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए प्रभावी प्रयास करें।
प्रभारी मंत्री शनिवार को वेबेक्स वीडियों काॅफेंस के माध्यम से जिले में कोविड प्रबन्धन उपचार, आॅक्सीजन आपूर्ति, गाइडलाईन की पालना, ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड प्रबन्धन विषयों पर लगभग ढाई घंटे चली बैठक के अध्यक्ष के रूप में समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की संतुष्टि है कि जिले में किसी भी राजकीय अथवा निजी चिकित्सालय में आॅक्सीजन की अनुपब्धता का हवाला देकर संक्रमितों को परेशानी का सामना नहीं करवाया गया है।
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बल्कि कोविड के अधिक केसेज के दौर में भी प्रत्येक संक्रमित को आॅक्सीजन बेड उपलब्ध करवा कर समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई। इसी प्रकार आगे भी नो बेड की स्थिति न आने दें। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मुख्यमंत्री ने स्वंय कोविड संक्रमित होने के बावजूद भी लगातार प्रदेश वासियों की चिंता करते हुए हर धर्म के धर्मगुरूओं, हर वर्ग के प्रतिनिधियों, चिकित्सकों, विशेषज्ञों के साथ बैठकें कर मार्गदर्शन दे रहे हैं।
हमें भी उनसे प्रेरणा लेते हुए कोविड प्रबन्धन को सतत प्रयास कर और अधिक कुशलता से कार्य करना है। सभी अधिकारी जिले को कोरोना मुक्त करने के उद्देश्य से समन्वय के साथ टीम भावना से कार्य करें।
प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिए कि शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोविड प्रबन्धन को प्रभावी रूप से संचालित करें। प्रभारी मंत्री ने ब्लैक फंगस बीमारी के उपचार के लिए समुचित चिकित्सा प्रबन्धन करने के निर्देश दिए।
उन्होंने विशेष रूप से मधुमेह रोगियों की माॅनिटरिंग कर इस बीमारी से बचाव के प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से अधिकाधिक जिले वासियों को जोड़कर इस योजना से लाभांवित करें। जिला कलक्टर इन्द्रजीत सिंह ने जिले में किये जा रहे कोविड प्रबन्धन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में लगातार कोविड केसेज कम हो रहे है।
प्रतिदिन लगभग साढे चार हजार कोविड टेस्ट किये जा रहे हैं। मृत्यु दर में कमी देखने को मिल रही है व हाॅस्पीटलाइजेशन पहले के मुकाबले तेजी से कम हुआ है। उन्होंने बताया कि नो मास्क नो मूवमेंट के साथ राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाईन की अक्षरशः पालना करवाई जा रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी ग्राम स्तरीय समितियों के द्वारा गाइडलाईन की पालना के साथ डोर टू डोर सर्वे का कार्य भी करवाया जा रहा है। जिसमें अब तक सवा दो लाख घरों का डोर टू डोर सर्वे किया जा चुका है। लगभग 59 हजार 5 सौ दवा किटों का वितरण भी किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि कुल 629 ग्राम पंचायतों में ग्राम स्तरीय समितियों को क्रियाशील करने के लिए कार्य किया जा रहा है।
इसी के साथ सभी संयुक्त प्रवर्तन दलों द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है। जिससे अब गाइडलाइन के उल्लंघन की शिकायते भी कम आ रही है। जिला कलक्टर ने प्रभारी मंत्री को आवश्वस्त किया कि हम राज्य सरकार की मंशानुरूप कोविड की तीसरी लहर की चूनौति का भी सामना कर जिलेवासियों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आने देंगे।
पुलिस कमिश्नर जोस मोहन ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जारी गाइड लाईन की शत प्रतिशत पालना करवाये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। जिसके तहत पुलिस उपायुक्त पश्चिम के क्षेत्राधिकार में गत माह लगभग 220 लोगों को बिना आवश्यक कारण घूमने पर संस्थागत क्वारंटीन किया गया, होम आइलेशन के उल्लंघन पर 21 मुकदमे दर्ज किये गये, एमवीआर एक्ट के तहत 119 वाहन सीज किये गये।
पुलिस उपायुक्त पूर्व के क्षेत्राधिकार में अनावश्यक बाहर घूमने वाले 155 व्यक्तियों को संस्थागत क्वारंटीन किया गया, होमआइसोलेशन के उल्लंघन में 119 मुकदमे दर्ज किये गए, विवाह समारोह में गाइडलाईन के उल्लंधन पर 1 लाख रूपए तक का जुर्माना भी लगाया गया। प्रतिदिन सब्जी मंडियों में भी गाइडलाईन की पालना करवाने के लिए माॅनिटरिंग की जा रही है।
प्राचार्य मेडिकल काॅलेज डाॅ एसएस राठौड़ ने कहा कि जिला प्रशासन के सहयोग से निर्बाध रूप से आॅक्सीजन प्राप्ति हो रही है। साथ ही अब तक भी नो बेड की स्थिति नही आई व न ही आने देंगे। उन्होंन ब्लैक फंगस रोग के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में इस रोग के 21 मरीज भर्ती है जिसमें से 15 का आॅपरेशन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस के उपचार के काम आने वाले एमफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन व दवाइंयां भी राज्य सरकार से प्राप्त हो रही है।
कोविड की तीसरी लहर का सामना करने के लिए चिकित्सा उपकरणों, संसाधनों का समुचित प्रबंन्धन करने के लिए कार्य किया जा रहा है। आक्सीजन मैनेंजमेंट सेल के प्रभारी व जेडीए आयुक्त कमल उल चौधरी ने बताया कि पूरे जिले में 21 आॅक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी आॅक्सीजन प्लांट स्थापित किये जाने के साथ आॅक्सीजन कन्सट्रेटर मशीने पहुंचायी गयी हैं।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद डाॅ इन्द्रजीत यादव ने आॅक्सीजन बेड, आइसीयू बेड, रेमडेसिविर, एमफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की उपलब्धता के संबंध में जानकारी दी। नगर निगम उत्तर आयुक्त आरएस तोमर ने बताया कि गाइडलाईन के उल्लंघन पर 6 मैरिज पेलेस सीज किये गये। दो स्कूल व एक कोचिंग सेन्टर को भी सीज किया गया।
लगभग 350 व्यवसायिक संस्थानों को भी सीज किया गया है व 323 कोविड मृतकों का अंतिम संस्कार भी करवाया गया है। इसी प्रकार 4 लाख लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइड का छि़ड़काव भी कराया गया। इंदिया रसोई योजना के माध्यम से फूड पैकेट का वितरण किया गया। नगर निगम दक्षिण आयुक्त डाॅ अमित यादव ने बताया कि गाइडलाइन के उल्लंघन पर 285 व्यवसायिक संस्थानों को सीज किया गया है।
एडीएम प्रथम मदन लाल नेहरा ने बताया कि ग्रामीणों क्षेत्रों में बीएलओ तक लगभग 2 हजार 160 आॅक्सीमीटर पहुंचाये जा चुके हैं व ग्रामीण क्षेत्रों में डीसीएचसी को भी क्रियाशील किया जा चुका है। सीएमएचओ डाॅ बलवंत मण्डा ने बताया कि पंचायत समिति स्तर पर 21 मोबाइल यूनिट भेजी गयी है। रेपिड एंटीजन किट भी उपलब्ध करवा दिये गए है।
बैठक में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनिल कयाल, डीसीपी पूर्व धमेन्द्र कुमार, डीसीपी पश्चिम आलोक श्रीवास्तव, एडीएम द्वितीय मुकेश कुमार, एडीएम तृतीय अंजुम ताहिर सम्मा, एडीएम सिटी रामचन्द्र गरवा ने भी अपने विचार व सुझाव रखे।