कांग्रेस ने लोकतंत्र और लोकतंत्र के सारे स्तंभों का गला घोटने की कोशिश की-शेखावत

केंद्रीय मंत्री ने साधा कांग्रेस पर निशाना

जोधपुर,(डीडी न्यूज)।कांग्रेस ने लोकतंत्र और लोकतंत्र के सारे स्तंभों का गला घोटने की कोशिश की- शेखावत। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि 1954 का कुंभ एकमात्र उदाहरण नहीं है,तब से इमरजेंसी और 2014 तक,ग्रंथ लिखे जा सकते हैं कि किस तरह से कांग्रेस ने लोकतंत्र और लोकतंत्र के सारे स्तंभों का गला घोटने की कोशिश की।

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केंद्रीय मंत्री शनिवार सुबह दिल्ली से गृह नगर पहुंचे। एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी से जुड़े सवाल पर शेखावत ने कहा कि गांधी परिवार की राजनीति और कांग्रेस पार्टी का वर्तमान नेतृत्व देश-दुनिया के सामने बेनकाब हो चुका है। उनका चेहरा सबके सामने उजागर हो चुका है। उन्होंने हिंदी के कहावत ‘हाथी के दांत दिखाने के और,खाने के कुछ और’ की तुलना कांग्रेस से करते हुए कहा कि उनका चाल,चरित्र और चेहरा सबके सामने उजागर हो चुका है।

महाकुंभ के प्रबंधन पर शेखावत ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस तरह से प्रबंधन किया है,वो निश्चित रूप से अनूठा है,क्योंकि इससे पहले 2013 के कुंभ में किस तरह से भगदड़ मची,उस समय सरकार ने किस तरह असंवदेनशीलता के साथ व्यवहार किया था। 1954 में जब देश की आजादी के बाद में पहला कुंभ हुआ था,उस समय कुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर उदासीन थी। नेहरू के कुंभ में जाने के कारण ऐसी लिखित रूप से लोगों ने स्टोरी की हैं,1000 से ज्यादा लोग भगदड़ मचने के कारण दिवंगत हुए थे।

उन्होंने कहा अब विरासत का संरक्षण और विरासत का सम्मान करने वाली सरकार है। इस बार महाकुंभ की व्यवस्थाएं पहले से बहुत बेहतर हैं। 1954 में मीडिया की आजादी के सवाल पर शेखावत ने कहा कि 1954 केवल एकमात्र उदाहरण नहीं है,इमरजेंसी और 2014 तक पूरे ग्रंथ लिखे जा सकते हैं कि किस तरह से उन्होंने लोकतंत्र और लोकतंत्र के सारे स्तंभों का गला घोंटने की कोशिश की।

इंडी गठबंधन के कुंभ को लेकर कुछ न बोलने के सवाल पर शेखावत ने कहा कि वो अवसरवादियों का संगठन है। लोकसभा चुनाव से पहले ऐसे सारे लोग,जो जेल यात्रा करके आए थे,वे एकसाथ एकत्रित हुए थे। ऐसा आचरण और व्यवहार करने वाले लोगों,जिन्होंने पहले कुंभ को उदासीनता और संवेदनशीलता के साथ में देखा है। वे कुंभ की महत्ता और आस्था को समझते होंगे।

विश्व के लिए अनूठा उत्सव
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि महाकुंभ विश्व के लिए अनूठा उत्सव है। जहां स्वत:स्फूर्त भाव से देश- दुनिया से करोड़ों लोग श्रद्धा और उत्सुकता को लेकर आ रहे हैं। कौतूहल वश दुनिया भर से लोग यह जानने के लिए आ रहे हैं कि इतना बड़ा आयोजन,कैसे किसी देश में एक स्थान पर हो सकता है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े आयोजन में सरकार का जिस तरह से प्रबंधन है, वह केस स्टडी है। पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के स्नान पर 5 करोड़ लोगों ने महाकुंभ में स्नान किया। आने वाली मौनी अमावस्या के दिन यह संख्या और भी बढ़ेगी।