- फूड पाइंट व टूर व टे्रवल एजेंसी काम कर रहे थे
- जोधपुर संभाग में दो दर्जन हो रखे है केस दर्ज
- सीमैम्स,साइबर मैक्स व कई अन्य कंपनियों में स्कीमें चलाई
जोधपुर, शहर की प्रतापनगर पुलिस ने चिट फंड कंपनी खोलकर लोगों से करोड़ों रूपए बटोर कर फरार होने वाले दंपती को हरियाणा के गुरूग्राम से गिरफ्तार किया है। ये लोग वहां पर फूड पाइंट एवं टूर एवं ट्रेवल्स एजेंसी काम कर रहे थे।
इन लोगों ने जोधपुर शहर सहित संभाग भर में विभिन्न जिलों में सी-मैक्स, साइबर मैक्स और अन्य कंपनियों में आकर्षक स्कीम्स बनाकर लोगों से करोड़ों रुपए बटोरे है।
सहायक पुलिस आयुक्त प्रताप नगर नीरज शर्मा ने बताया कि मूलत: बाड़मेर के चौहटन के बिसारणिया में जाखड़ों का तला निवासी हरजीराम पुत्र पुरखाराम की ओर से गत 27 जुलाई 2019 को प्रताप नगर थाने में केस दर्ज कराया गया था।
इसमें बताया गया कि गोपाल आर्य, नम्रता आर्य, दीपक अरोड़ा सहित अन्य ने सी-मैक्स मार्केटिंग कंपनी, साइबर मैक्स इंश्योरेंस कंसल्टेंट कंपनी, मैक्स मार्केटिंग, पीआर बिजनेस सहित अन्य नाम से कंपनियों ने परिवादी व अन्य लोगों को ईनामी योजना के झांसे में लेकर वर्ष 2008-09 में 3 लाख 70 हजार 745 रुपए जमा किए थे।
इस राशि को वर्ष 2012-13 में मैच्योरिटी होने पर पुन: जमा कर लिया और वर्ष 2018-19 में मैच्योरिटी होने पर परिवादी को भुगतान करने की बजाय तमाम राशि अपने खातों में डालकर कंपनी ऑफिस बंद कर फरार हो गए। इस मामले में पुलिस ने पूर्व में आरोपी दीपक अरोड़ा व उसकी पत्नी दीपिका अरोड़ा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
अन्य आरोपियों के लिए लगाई पुलिस टीम
एसीपी नीरज शर्मा ने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश के लिए विशेष टीम में हैड कांस्टेबल रवींद्र कुमार, कांस्टेबल संतराम, शंकर राम व जगदीश को शामिल किया गया।
इस टीम को कई दिनों की मशक्कत में पता चला कि शातिर गोपाल आर्य अपनी पत्नी के साथ हरियाणा में टूर एंड ट्रेवल्स का काम कर रहा है।
पुख्ता जानकारी के आधार पर पुलिस की टीम हरियाणा के गुरुग्राम पहुंची और वहां फूड पाइंट व टूर एंड ट्रेवल्स संचालक मूलतया जोधपुर के चौहाबो सेक्टर 20ई-9 निवासी गोपालदास आर्य पुत्र दौलतराम सिंधी और उसकी पत्नी नम्रता आर्य को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार शातिर गोपाल आर्य ने पुलिस से बचने के लिए गुरुग्राम के वजीरपुरा थानांतर्गत सेक्टर 95 के राम संस प्लाजा में अपनी पत्नी के नाम से फ्लैट खरीदा था। उसके खिलाफ प्रदेश के विभिन्न थानों में करीब दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हो रखे हैं।