जोधपुर, कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के लिए एम्स में भर्ती आसाराम ने अब अपना हीमोग्लोबिन कम होने के नाम पर राजस्थान हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की है। आसाराम की तरफ से कोर्ट में पेश अर्जी में कहा गया है कि उसकी तबीयत बिगड़ रही है और दो यूनिट खून तक चढ़ाना पड़ गया। ऐसे में उसे तुरंत जमानत दी जाए।

गुरुवार को हाईकोर्ट में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाडिय़ा का निधन होने पर अवकाश घोषित कर दिया गया। ऐसे में आसाराम की इस याचिका पर सुनवाई नहीं हो पाई है। न्यायाधीश संदीप मेहता व न्यायाधीश देवेन्द्र कच्छवाह की खंडपीठ में आसाराम मामले की सुनवाई होनी थी। आसाराम की तरफ से कहा गया है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद उसका इलाज एम्स में चल रहा है

। इलाज के दौरान उसका हीमोग्लोबिन लगातार कम होता जा रहा है। ऐसे में उसे तुरंत इलाज की आवश्यकता है। वह आयुर्वेद पद्धति से अपना इलाज कराना चाहता है। इस आधार पर उसे तुरंत अंतरिम जमानत दी जाए ताकि वह अपना इलाज करवा सके। हालांकि जोधपुर एम्स में आसाराम को वहां से डॉक्टर बेहतरीन इलाज दे रहे हैं, लेकिन उसका विश्वास आयुर्वेद पर अधिक है। वह हाईकोर्ट से पहले भी तीन बार केरल जाकर अपना इलाज कराने के नाम पर जमानत मांग चुका है।

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उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमित आसाराम की तबीयत खराब चल रही है। एम्स में भर्ती आसाराम के पेट में अल्सर की शिकायत है। एंडोस्कोपी करने के लिए सोमवार को एम्स से मथुरादास माथुर अस्पताल लाया गया। हीमोग्लोबिन कम होने के कारण रविवार को उसको 2 यूनिट खून भी चढ़ाना पड़ गया था। एम्स के डॉक्टर लगातार उसकी सेहत पर नजर रखे हुए हैं। एंडोस्कोपी के बाद उसे वापस एम्स ले जाया गया। आसाराम की तरफ से पहले से पेश जमानत याचिका पर सुनवाई 21 मई को होना तय है। इससे पूर्व आसाराम ने इसी याचिका के साथ यह नई याचिका पेश कर दी। इस पर आज सुनवाई टल गई। अब इस मामले पर कल सुनवाई होने की उम्मीद है।