• प्रतिभा का मिला सम्मान
  • बनना चाहता है गणितज्ञ
  • गणित के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि पर आनंद को मिला स्कॉलस्टिक अचीवमेंट अवार्ड

जोधपुर, गणित के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने पर सूर्यनगरी में निवास करने वाले कक्षा 11 के छात्र आनंद को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को स्कॉलस्टिक अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। देश के पांच छात्रों को इस श्रेणी में चुना गया है। राजस्थान से एकमात्र आनंद का चयन हुआ। आनंद भविष्य में एक गणितज्ञ के रूप में देश की सेवा करना चाहता है। सत्रह वर्षीय आनंद ने अपनी छोटी सी उम्र में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। गणित के क्षेत्र की पूरी दुनिया की नामी जर्नल में उनके दो रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं। अमेरिका में उन्हें रामनुजम अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। गत वर्ष अमेरिका में अंडर ग्रेजुएट कैटेगरी में वे भारत के अकेले प्रतिभागी थे। उन्हें वहां से विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
प्रधानमंत्री के हाथों सम्मानित होने पर बेहद खुश नजर आ रहे आनंद ने गर्व के साथ बताया कि उनका पहले गणित की तरफ रुझान कम था, लेकिन सातवीं कक्षा में पढ़ने के दौरान एक वाक्ये से मेरी सोच ही बदल गई। हमारे गणित के शिक्षक ने एक कठिन प्रश्न हल करने को दिया। मैने ठान लिया कि इसे मैं हल करके रहूंगा। मुझे यह सवाल हल करने में सात दिन लगे। और नतीजा शानदार रहा। इस एक सप्ताह की मेहनत ने मेरी पूरी सोच बदल कर रख दी। अब मैं गणित पर ज्यादा फोकस करता हूं, हालांकि अन्य विषय भी पढ़ता हूं। आनंद का कहना है कि मैं आईआईटी की तैयारी कर रहा हूं, लेकिन मेरा ध्येय गणित के क्षेत्र में रिसर्च करने का है। मैं आगे चलकर इसी क्षेत्र में रहना पसंद करुंगा। गणित के क्षेत्र में मेरे स्कूल के शिक्षकों का पूरा सहयोग मिल रहा है। इसके अलावा इलाहबाद गणित संस्थान के प्रोफेसरों से काफी मदद व मार्गदर्शन मिलता रहता है। आनंद के पिता अनिल कुमार जोधपुर में यूनियन बैंक में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे लिए बेहद गर्व का दिन है। उनका कहना था कि आनंद गणित में शुरू से ही काफी होशियार रहा। धीरे-धीरे उसकी प्रतिभा निखरती चली गई और अब वो हमेशा गणित को ही प्राथमिकता देता है। इसकी बड़ी बहन मानसी का इसी वर्ष आईआईटी गुवहाटी में चयन हुआ है। अनिल कुमार का कहना है कि आनंद की ख्वाहिश रिसर्च के क्षेत्र में जाने की है। ऐसे में वह गणित में पीएचडी कर आगे बढ़ना चाहता है। आनंद के लिए फिलहाल हमने कॉलेज चयन के बारे में नहीं सोचा है। समय के साथ उसका चयन भी हो ही जाएगा।