आंख नाक दिमाग के बीच में फंसी 3 इंच की कील को सफलता पूर्वक निकाला

एमडीएमएच में हुआ सफल आपरेशन

जोधपुर,आंख नाक दिमाग के बीच में फंसी 3 इंच की कील को सफलता पूर्वक निकाला। शहर के मथुरा दास माथुर हॉस्पिटल में 35 वर्षीय महिला के आंख,नाक और दिमाग के बीच में फंसी हुई 3 इंच की कील को सफलता पूर्वक ऑपरेशन द्वारा निकाला गया।

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नाक कान गला विभागाध्यक्ष डॉ नवनीत अग्रवाल ने बताया कि रातानाडा निवासी 35 वर्ष की महिला अपने घर पर कील को दीवार से बाहर निकाल रही थी,दुर्भाग्यवश तेज वेग से लगने के कारण कील आंख के पास की हड्डी को चीरते हुए आंख,नाक एवं दिमाग के बीच में फंस गई।

इसके इलाज के लिए महिला को मथुरा दास माथुर हॉस्पिटल की इमरजेंसी विभाग में लाया गया। यहां पर कान,नाक गला विभाग एवं नेत्र रोग विभाग ने मरीज का परीक्षण किया और सीटी स्कैन करवाया।

जांच में पता चला कि कील आंख के अंदर की हड्डी को चीरते हुए नाक में फंसी हुई है एवं कील का नुकीला सिरा दिमाग और नाक के बीच पतली हड्डी (क्रिबिफॉर्म प्लेट) के बिल्कुल पास है। इस कारण ऑपरेशन के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव,आंख को चोट लगने एवं क्रिबिफॉर्म प्लेट के टूटने से दिमाग का पानी (सीएसएफ राइनोरिया) नाक के रास्ते से लीक होने की प्रबल संभावना ने ऑपरेशन को बहुत जटिल बना दिया।

डॉक्टरों की टीम ने मरीज को ऑपरेशन थियेटर में लेके बेहोश करके कील को सावधानी पूर्वक दूरबीन से निकाल कर महिला को बड़ी राहत दिलाई। नाक कान गला विभागाध्यक्ष डॉ नवनीत अग्रवाल के निर्देशन में डॉ समृद्धि गुप्ता,डॉ सोनू परमार,डॉ जयदीप सिंह चौहान एवं रेजिडेंट डॉक्टर डॉ अंकित कुमार अवस्थी,डॉ मेघराम मीणा,डॉ मंजू शर्मा,डॉ विश्वदीप खंडिया ने सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया।

डॉ जयदीप सिंह चौहान ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव हुआ लेकिन समुचित योजना एवं संसाधन उपलब्धता के कारण रक्तस्राव पर काबू पाया गया एवं मरीज को रक्त चढ़ाने की आवश्यकता नहीं पड़ी।

डॉ नेहा (सीनियर रेजिडेंट),डॉ विभा, डॉ माधुरी,डॉ दीपक राठौर ने ऑपरेशन बाद देखभाल में विशेष योगदान दिया। एनेस्थीसिया टीम से डॉ भरत चौधरी,डॉ हिमांशु गुप्ता,डॉ दामोदरन,डॉ मोनिका और डॉ ऋषभ का योगदान रहा। वार्ड में मरीज की देखरेख में सुमित्रा,जमील,वीरेंद्र जानी,सुरेश,राधा बुडानिया,लीला एवं राजेश का योगदान सराहनीय रहा।

ऑपरेशन के पांच दिन तक मरीज को गहन चिकित्सक निगरानी में नाक,कान गला वार्ड में रखा गया और पूर्णतया स्वास्थ्य होने पर आज छुट्टी दे दी गई है। यहां ये कहना उचित होगा कि मरीज में किसी भी तरह की आंख,नाक और दिमाग से संबंधित कोई भी जटिलता नहीं हुई है,मरीज पूर्णतया स्वस्थ्य है।

डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एवं कंट्रोलर डॉ बीएस जोधा एवं मथुरा दास माथुर हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ नवीन किशोरिया ने ऑपरेशन टीम को बधाई दी है।

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