समर्पण को जीवन मे उतार राष्ट्रधर्म के लिए समर्पित होना विहिप से सीखें-संत ललित प्रभ

जोधपुर,समर्पण को जीवन मे उतार राष्ट्रधर्म के लिए समर्पित होना विहिप से सीखें-संत ललित प्रभ। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय प्रबंध समिति की राष्ट्रीय स्तर की बैठक रातानाडा माहेश्वरी भवन में शनिवार सुबह उद्घाटन सत्र से शुरू हुई। देशभर के 47 प्रान्त व 14 देशों से आये 400 से अधिक प्रतिनिधियों का मुख्य द्वार पर तिलक लगा,मारवाड़ की प्रसिद्ध बाँधनी का दुप्पटा पहनाकर स्वागत किया गया। राजस्थानी कला से रूबरू करवाने के लिए नोपत वादक द्वारा अभिनंदन गीत वादन के साथ गाकर समा बांधा गया।

यह भी पढ़ें – ईआरसीपी की तरफ डब्ल्यूआरसीपी को लाया जाए,आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुनहरा होगा-सियोल

प्रान्त मंत्री परमेश्वर जोशी ने बताया कि संत ललित प्रभ सागर, जगतगुरु वेदही वलभाचार्य,संत अमृतराम व साध्वी प्रियवृन्दा के सानिध्य में दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह भैयाजी जोशी,राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार,संगठन महामंत्री मिलन्द परांडे, महामंत्री बजरंग लाल बागड़ा ने किया।

सत्र का मार्गदर्शन करते हुए संत ललित प्रभ ने कहा कि भारत में वर्तमान आस्था के केंद्र राष्ट्र गौरव राम मंदिर के लिए विहिप का समर्पण आंदोलन संघर्ष की ही जीत है कि आज हम भगवान राम के दर्शन कर रामराज्य की ओर बढ़ रहे हैं। सागर ने कहा कि आज हमे समानता, समरसता का भाव को बढ़ाने हुए कार्य करने की जरूरत है। कोई भेद भाव नही हो और सब समान होंगे तभी हिन्दू प्रगति करेगा। समान भाव होगा तो सबका जीवन संवर जाएगा किसी एक भी जिंदगी बनती है तो हमारे लिए अच्छा होगा। हम सबका एक साथ नही कर सकते लेकिन दीपक की तरह आसपास तो उजाला कर सकते है।

यह भी पढ़ें – जम्मू कश्मीर के मुख्य चुनाव आयुक्त बृजराज शर्मा जोधपुर आए

समर्पण का भाव लोगो में जगना चाहिए, यह भाव होगा तो ही राष्ट्र परम वैभव पर जाएगा। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण संघ, विहिप से सीख सकते हैं। समर्पित होकर राष्ट्र धर्म के लिए काम करते है लेकिन न प्रसिद्ध का मोह न कोई श्रेय लेने की होड़।
महामंत्री बजरंग लाल बागड़ा ने कहा कि आज कुटुंब प्रबोधन देश की सबसे बड़ी जरूरत है क्योंकि बढ़ते तलाक, टूटते रिश्ते, सिमटते परिवार इस देश की अखंडता व संस्कृति को समाप्त कर रहे हैं। आक्रांताओं द्वारा सिर्फ मन्दिर नही तोड़े गए आस्था के केंद्र व संस्कार को ध्वस्त करने का प्रयास किया गया। बागड़ा ने विहिप कार्यो में तेजी लाने की भी बात कही।
बैठक की प्रस्तावना मंत्री परमेश्वर जोशी ने रखी व संचालन सहमंत्री महेंद्र सिंह राजपुरोहित ने किया।