शास्त्रीनगर में युवक के पास मिली एमडी ड्रग
मारवाड़ में एमडी ड्रग का जाल फैलने लगा
जोधपुर,मारवाड़ में इन दिनों नशे के कारोबारियों ने कई तरह के नशे युवाओं के शरीर में घोल दिए हैं। युवा लगातार इन नशों का आदी होता जा रहा है। ऐसा ही एक नशा है एमडी ड्रग का नशा जो युवाओं को दलदल में धकेल रहा है। इसका चलन पिछले काफी दिनों बढ़ रहा है। पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई के बावजूद एमडी ड्रग बरामद हो रही है। हाल ही में शास्त्रीनगर पुलिस ने एक युवक से एमडी ड्रग को बरामद किया है, हालांकि इसकी मात्रा काफी कम थी फिर भी पुलिस ने मादक तस्करी का प्रकरण बनाया है। आरोपी को जेल भी भेज दिया गया है। एमडी ड्रग का इस्तेमाल हाई प्रोफाइल पार्टियों में होता है जो सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली है। एमडी ड्रग्स यानि मियाऊं का अपना नेटवर्क मारवाड़ में खड़ा हो गया है। कई स्टूडेंट और गांव के लोग इस नशे की चपेट में आ गए हैं।
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युवाओं के पास आसानी से मिल रही एमडी ड्रग
सबसे बड़ी बात यह है कि अब यह नशा बेचने वाले कोई बड़े तस्कर नहीं बल्कि छोटे छोटे लोग हैं जो नजरों में नहीं आते। जिस प्रकार से स्मैक की डिलीवरी करने वाले नशेड़ीयों का कोई रिकॉर्ड नहीं है उसी प्रकार एमडी ड्रग भी अब इन्हीं नेटवर्क के जरिए पैर पसार रहा है। पुलिस ने अब तक एमडी ड्रग्स के जितने भी मामले पकड़े हैं उसमें यही बात सामने आई है कि मुंबई और मेट्रो सिटी से इस ड्रग्स की बड़ी खेप आती है और उसके बाद छोटे-छोटे सप्लायर्स में बंट जाती है।
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पुलिस ने पकड़ी थी सात लाख की नशे की पुडिय़ा
हाल ही में मंडोर पुलिस ने आंगणवा तिराहे पर एक पिता पुत्र को गिरफ्तार किया। पाली जिले के रोहट के रहने वाले भंवरलाल आचार्य और उसके पुत्र विनोद के कब्जे से पुलिस ने 67 ग्राम से ज्यादा एमडी ड्रग्स पकड़ी है। शास्त्री नगर थाना पुलिस ने रावण का चबूतरा मैदान के पास पीपाड़ सिटी के रहने वाले अनिल ढाका से एक पुडिय़ा में 3 ग्राम एमडी ड्रग्स पकड़ी है। डांगियावास निवासी मनफूल विश्नोई से सिसोदिया गार्डन के पास करीब 6 ग्राम एमडी ड्रग्स पाई गई,जिसे भी गिरफ्तार किया है।
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कम समय में नेटवर्क बढऩे लगा
मारवाड़ क्षेत्र में अभी से पहले तक शराब और अफीम-डोडा तस्करों का ही नेटवर्क हुआ करता था। इसी तस्करी के जरिए कई बड़े माफिया भी निकले हैं। पिछले कुछ समय में एमडी ड्रग्स बेचने वालों का भी अपना अलग नेटवर्क खड़ा हो रहा है।
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