जोधपुर, कुड़ी भगतासनी सेक्टर 1A स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में 12 फरवरी से चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण और नैनी बाई का मायरा कथा की गुरुवार को पूर्णारती के साथ सम्पन्न हुई। सांतवे और अंतिम दिन कथावाचक दयाराम ने सुदामा चरित्र, भगवान कृष्ण व सुदामा की मित्रता का प्रसंग सुनाया। प्रसंग सुनकर सभी श्रोता भावविभोर हो गए। कथा के दौरान भजन गायकों ने भजनों की प्रस्तुति दी।
आयोजन समिति के गौभक्त पं. श्रवण कुमार गौड़ और अशोक मेघवाल ने बताया कि सात दिवसीय आयोजन में सुरसागर रामद्वारा के महंत रामप्रसाद, राजाराम, संत कृपाराम, संत भुरादास, बाल संत जगदीश, घनश्याम, संत राधाकृष्ण और रामदास भी कथा में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर बतौर अतिथि बाड़मेर गौड़ समाज के अध्यक्ष अशोक गौड़,भामाशाह व समाजसेवी कुंजी गौड़, रेवतमल गौड़, देवकिशन गौड़ और प्रोफेसर शांति गौड़ उपस्थित थे। व्यास पीठ और आयोजन समिति की ओर से संतजनों, अतिथिगणों, कलाकारों और सहयोकर्ताओं का साफा व माला और शाल औढाकर सम्मान किया गया। आयोजन में समिति के नेमीचंद गौड़, बरजू देवी, बजरंग गौड़, काजल गौड़, खुशबु गौड़, लेखराज जांगिड, मयंक, प्रतीक गौड़, रक्षा शर्मा, ज्योति मेघवाल, सीमा राठौड़, रामेश्वरी, जसोदा, एकता, नीतू, श्यामू देवी आदि ने व्यवस्था में सहयोग दिया।