शहर के सरकारी महकमों में मचा हडक़ंप
कार्मिक विभाग की टामें आकस्मिक चेकिंग को पहुंची
जोधपुर, शहर में बुधवार को उस वक्त सरकारी दफ्तरों में हडक़ंप मच गया जब कार्मिक विभाग की टीमें सरकारी कारिंदों की उपस्थिति जांचने आकस्मिक रूप से यहां पर पहुंच गई। एक बारगी स्थिति समझ नहीं आई। मगर जैसे जैसे पता लगा लेटलतीफी करने वाले कार्मिक भी तुरतफुरत दफ्तर पहुंचने शुरू हो गए। तब कार्मिक विभाग हाजिरी रजिस्टर लेकर चलता बना। सबसे ज्यादा हलचल नगर निगम में देखने को मिली।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहनगर जोधपुर के सरकारी विभागों की कार्यशैली की पोल बुधवार को खुल गई। प्रशासनिक सुधार आयोग की टीमों ने आज शहर के विभिन्न सरकारी विभागों में पहुंच हाजरी रजिस्टर की जांच की। जांच में सामने आया कि 205 राजपत्रित अधिकारी और 470 कर्मचारी तय समय पर अपने दफ्तर पहुंचे ही नहीं। बताया गया कि सरकारी कार्यालय में आम जनता के काम नहीं होने की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद प्रशासनिक सुधार आयोग की टीमों ने इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया।
बुधवार को जेडीए,नगर निगम, मथुरादास माथुर अस्पताल सहित कई सरकारी कार्यालयों से 93 कर्मचारी रजिस्टर्ड जब्त किए गए। यह कार्रवाई सुबह 9.40 से 10.10 तक चली। तब इस बीच कार्यालयों में 343 राजपत्रित अधिकारियों में से 205 राजपत्रित अधिकारी और 1102 अराजपत्रित कर्मचारियों में से 470 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। इनके विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की रिपोर्ट उच्च स्तर पर प्रस्तुत की जाएगी।
एमडीएमएच में कम कार्मिक मिले
सबसे अधिक मथुरादास माथुर अस्पताल में कर्मचारी और अधिकारी नदारद मिले। नगर निगम और जेडीए का हाल भी कुछ अच्छा नहीं मिला। प्रशासनिक सुधार आयोग की टीमों ने जोधपुर के साथ संभाग में यह कार्रवाई की।
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