तस्करी के खिलाफ बीएसएफ की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
जोधपुर, सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रंटियर के मुस्तैद सीमा प्रहरियों ने बीकानेर से लगती भारत-पाक अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर मादक पदार्थ तस्करों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए स्मगलिंग के एक प्रयास को विफल कर दिया है। बीएसएफ के जवानों ने संभवत: अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 56.630 किलो हेरोइन बरामद की है, जिसकी कीमत करीब 270 करोड़ रुपए आंकी गई है। हेरोइन पीवीसी पाइप में डालकर तारबंदी के उस पार से भारतीय सीमा में डाली गई थी। बुधवार देर रात आंधी और तूफान के बीच बीएसएफ के जवानों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। हालांकि पीवीसी पाइप को यहां तक पहुंचाने वाले पाकिस्तानी तस्कर बाद में भागने में सफल हो गए। बीएसएफ के जवानों ने उन पर फायरिंग भी की।
बीएसएफ से मिली जानकारी के अनुसार भारत-पाक अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित सीमा चौकी बंडली के इलाके में तैनात जवानों को बुधवार देर रात तारबंदी के नजदीक कुछ हलचल दिखाई दी। जैसे ही सीमा प्रहरियों ने तस्करों को ललकारा व फायरिंग की तो वे अंधेरे व खराब मौसम का फायदा उठाते हुए वहां से भाग खड़े हुए। घटनास्थल की जांच करने पर वहां 54 पैकेटों में भरा हुआ 56.630 किलो मादक पदार्थ बरामद हुआ जो प्रथम दृष्टया हेरोइन प्रतीत होती है। इसके बाद आंधी और तूफान के बीच भी सीमा रक्षकों ने पाकिस्तानी तस्करों को ढूंढ़ा लेकिन वो काफी आगे निकल चुके थे।
पाकिस्तान से हेरोइन भारतीय सीमा में पहुंचाने के लिए एक लंबे पीवीसी पाइप को काटा गया। हर पाइप में कमोबेश एक किलो हेरोइन डाली गई। इस तरह 54 पाइप के टुकड़ों में 54 किलो हेरोइन डालकर सभी टुकड़ों को एक लंबे मजबूत कपड़े से बांध दिया गया। हर पाइप के टुकड़े के दोनों और उस कपड़े को भी बांध दिया गया। ताकि एक से दूसरा पाइप टकरा नहीं सके। संभवत: तारबंदी के नीचे से इसे भारतीय सीमा की ओर धकेल दिया गया। पाकिस्तानी तस्करों ने भारतीय तस्करों को भी इस जगह की निशानदेही दी होगी, ताकि वहां से हेरोइन को निकाला जा सके।
भारतीय तस्कर वहां पहुंचता उससे पहले बीएसएफ के जवानों को इसका अंदेशा हो गया। बीएसएफ ने जो हेरोइन पकड़ी है, उसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 270 करोड़ रुपए है। हेरोइन की तस्करी हमेशा पाकिस्तान से भारत की ओर होती है। वहीं पर इसका उत्पादन अवैध तरीके से किया जाता है। अब तक छोटी-छोटी तस्करी होती रही है लेकिन पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में यह नशा भारत में भेजने का प्रयास किया गया। इस त्वरित कार्रवाई के लिए बीएसएफ राजस्थान फ्रंटियर के आईजी पंकज गूमर व अन्य अधिकारियों ने जवानों की सजगता व उनके द्वारा किए गए सराहनीय कार्य के लिए उनकी हौसला अफजाही की व उनकी पीठ थपथपाई।
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