जोधपुर, एम्स में भर्ती कोरोना संक्रमित आसाराम की तबीयत सही नहीं हो रही है। अब उन्हें पेट में अल्सर की शिकायत हो गई है। इस पर उनकी एंडोस्कोपी के लिए सोमवार को एम्स से मथुरादास माथुर अस्पताल ले जाया गया। एंडोस्कोपी के बाद उन्हें वापस एम्स भेज दिया। उनका हिमोग्लोबीन भी कम आ रहा है। इस कारण कल उन्हें दो यूनिट खून भी चढ़ाना पड़ा है। एम्स के डॉक्टर लगातार उनकी सेहत पर नजर रखे हुए हैं।
एम्स में कोरोना का इलाज करने के साथ ही पेटदर्द की शिकायत के बाद डॉक्टरों ने उनके स्वास्थ्य की जांच की थी। उनका हिमोग्लोबीन बहुत कम होने पर दो यूनिट खून चढ़ाया गया। उनके पेट में अल्सर की जांच करने के लिए आज एंडोस्कोपी कराने का फैसला लिया। इस पर एंडोस्कोपी के लिए आज कड़े सुरक्षा घेरे में एमडीएम अस्पताल ले जाया गया। फिर वापस कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें एम्स ले गए।
इस दौरान सूचना मिलने पर उनके अनुयायी भी यहां जुट गए और उनकी एक झलक पाने के लिए आसपास मंडराते रहे। उल्लेखनीय है कि अपने ही आश्रम की नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीडऩ मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम का दूसरे बंदियों के साथ कोरोना सैंपल लिया गया था। पॉजिटिव आने के बाद आसाराम का ऑक्सीजन लेवल गिरना शुरू हो गया। बाद में गत पांच मई की रात को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दो दिन तक महात्मा गांधी अस्पताल में रखने के बाद उन्हें एम्स में भेज दिया गया था।
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आसाराम ने कोरोना संक्रमित होने के बाद अपनी बीमारियों का इलाज आयुर्वेद पद्धति से कराने के लिए दो माह की अंतरिम जमानत के लिए राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका भी पेश कर रखी है। हाईकोर्ट ने 21 मई तक एम्स से आसाराम की मेडिकल रिपोर्ट मांगी है। इसके आधार पर उसकी जमानत याचिका पर फैसला किया जाएगा।