दलाई लामा को मिले नोबेल शांति पुरस्कार की 36वीं वर्षगांठ मनाई
जोधपुर(दूरदृष्टीन्यूज),दलाई लामा को मिले नोबेल शांति पुरस्कार की 36वीं वर्षगांठ मनाई। विश्व मानवाधिकार दिवस पर तिब्बत के धर्म गुरु और शांति के उपासक दलाई लामा को मिले नोबेल शांति पुरस्कार की 36वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में भारत तिब्बत मैत्री संघ व तिब्बती ऊनी वस्त्र व्यापार संघ की ओर से बुधवार को महात्मा गांधी अस्पताल के आपातकालीन गेट के सामने स्थित भवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
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तिब्बती ऊनी वस्त्र के प्रधान कासॉन्ग ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शहर विधायक अतुल भंसाली,सेवानिवृत्ति एयर चीफ जगदीश शर्मा विशेष अतिथि, समाज चिंतक सोहन मेहता,भारत तिब्बत मैत्री संघ की प्रदेशाध्यक्ष रेशम बाला व महासचिव पुखराज जांगिड़ एवं भारत तिब्बत सहयोग मंच के राजेंद्र पुरोहित और घनश्याम वैष्णव उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत तिब्बत और भारत के राष्ट्रीय गान से किया गया।इसके पश्चात तिब्बती संस्कृति का पारंपरिक नृत्य किया गया। इस अवसर पर केक भी काटा गया एवं मिठाई वितरित की गई। मुख्य अतिथि अतुल भंसाली ने चीनी वस्तुओं के बहिष्कार करने एवं स्वदेशी अपनाने का निवेदन किया।
संपूर्ण तिब्बतियों के मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति व सहयोग करने का आश्वासन दिया। जगदीश शर्मा ने कहा कि चीन ने भारत की सीमाओं पर घुसपैठ करने के लिए तिब्बत पर अपना अधिकार किया जो मानवीय दृष्टिकोण से सरासर गलत है। विश्व संयुक्त राष्ट्र संघ को इसमें दखल कर तिब्बत की आजादी के लिए कुछ देशों के कमेटी तैयार करने की आवश्यकता है।
समता चेतना के समाजवादी चिंतक सोहन मेहता ने तिब्बत में हो रहे अत्याचार के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि तिब्बत की भारत में तीसरी पीढ़ी है अभी तक तिब्बत मुक्ति साधना की बहुत जागृति हुई है और भविष्य में यह जागृति और होने की आवश्यकता है। पुखराज जांगिड़ ने कहा तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा बौद्ध धर्म के उपासक हैं। उनका अनुसरण हम सभी को करना चाहिए। वह सत्य अहिंसा के पुजारी हैं,तिब्बती पूरे भारत में शांतिपूर्ण रूप से जीविकापार्जन कर सकते हैं। हम सभी तिब्बतियों के साथ है।
प्रदेश अध्यक्ष रेशम बाला ने कहा कि 6 जुलाई 2025 को परम पावन दलाई लामा का 90वें जन्म दिवस को करुणा का वर्ष मना रहे हैं,जो आगामी 6 जुलाई 2026 तक चलेगा। यह वर्ष ईयर ऑफ कंपेशन घोषित हुआ है एवं अगले वर्ष हिमाचल प्रदेश के मैकडॉलगंज में बहुत बड़ा कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा।हम भारत सरकार से तिब्बत की ऐतिहासिक स्वतंत्र स्थिति का समर्थन करते हैं,वह ऐतिहासिक भारत तिब्बत सीमा को मान्यता देने का प्रस्ताव देने का प्रयास करते हैं।
सहयोग मंच के राजेंद्र पुरोहित ने कहा कि हम सभी का उद्देश्य तिब्बत के मानवाधिकार तिब्बत की आजादी भारत की सुरक्षा के 11 संबंध को जन-जन तक पहुंचना है। इस अवसर पर विकास शर्मा,दीपक सोनी,जगदीश तंवर,राजेश राठी, शैलेंद्र चौहान,सुखदेव प्रजापत, दीनदयाल पुरोहित,बृजेश भाटी, गौतम के कटस,धर्मेन्द्र जांगिड़, गुलाबप्रसाद एवं संजय सोनी व अन्य गणमान्य नागरिक सम्मिलित हुए।
तिब्बती ऊनी वस्त्र के सभी व्यापारी संघ भी उपस्थित थे। मंच संचालन प्रदेश अध्यक्ष रेशम बाला,तिब्बती ऊनी वस्त्र के जीग्मे,ज्ञान सिंह ने किया। भारत तिब्बत मैत्री संघ की जिला अध्यक्ष शीतल सुराणा व सहयोग मंच की जिला अध्यक्ष शुभा अवस्थी भी मौजूद थी।
