राष्ट्रीय लोक अदालत में 286 प्रकरणों का निस्तारण
जोधपुर(डीडीन्यूज),राष्ट्रीय लोक अदालत में 286 प्रकरणों का निस्तारण। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार एवं कार्यकारी अध्यक्ष, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सानिध्य में इस वर्ष की तृतीय राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ द्वितीय शनिवार 13 सितंबर को राजस्थान उच्च न्यायालय,जोधपुर मुख्य पीठ में डॉ पुष्पेन्द्र सिंह भाटी, न्यायाधीश, राजस्थान उच्च न्यायालय एवं अध्यक्ष,राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति,जोधपुर ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया।
डॉ पुष्पेन्द्र सिंह भाटी ने अपने उद्बोधन में कहा कि लोक अदालत एक ऐसा पर्व है जिसमें विधि जगत आम नागरिक की उस आखिरी कड़ी से जुड़ने का प्रयास करता है जहां उनकी मर्जी और समझाइश से सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने का प्रयास होता है। इससे समाज में संतुष्टि और सद्भावना बढ़ती है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की न्यायपालिका सब तरफ से लोक अदालत के लिए बहुत ही अच्छा कार्य कर रही है। उसी का परिणाम है कि आज लोक अदालत में पूरे राजस्थान में दूरदराज से लेकर जयपुर जोधपुर में हजारों मुकदमे निस्तारित होने की संभावना है। जिसके लिए सभी अधिवक्ता व न्यायाधीश मिलकर अथक प्रयास कर रहे हैं एवं जनभावना के अनुरूप लोक अदालत को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
राष्ट्रीय लोक अदालत में 2,45,115 प्रकरणों का निस्तारण
राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति,जोधपुर के सचिव कमल छंगाणी ने बताया कि इस लोक अदालत में राजस्थान उच्च न्यायालय,जोधपुर में 04 बैंचों का गठन किया गया। जिसके तहत बैंच संख्या 1 में न्यायाधीश मुकेश राजपुरोहित,अध्यक्ष व राजेश जोशी, वरिष्ठ अधिवक्ता बतौर सदस्य व बैंच संख्या 2 में न्यायाधीश संदीप तनेजा,अध्यक्ष व धीरेन्द्र सिंह चम्पावत,वरिष्ठ अधिवक्ता बतौर सदस्य,बैंच संख्या 3 में न्यायाधीश बिपिन गुप्ता,अध्यक्ष व मनीष सिसोदिया,वरिष्ठ अधिवक्ता बतौर सदस्य व बैंच संख्या 4 में न्यायाधीश रवि चिरानिया,अध्यक्ष व डॉ.अशोक सोनी,वरिष्ठ अधिवक्ता ने बतौर सदस्य सुनवाई कर पक्षकारों के मध्य समझाइश करवाकर विभिन्न प्रकृति के कुल 286 प्रकरणों का निस्तारण कर 9,40,46,757/-के अवार्ड पारित किए गए।