जोधपुर में 17 से 19 सितंबर तक राष्ट्रीय लोक नृत्य समारोह का आयोजन
राज्य सरकार की पहल पर राज्य भर में होगा सांस्कृतिक सृजन पखवाड़े का आयोजन
जोधपुर(डीडीन्यूज),जोधपुर में 17 से 19 सितंबर तक राष्ट्रीय लोक नृत्य समारोह का आयोजन।विकसित भारत 2047 के लक्ष्यों की प्राप्ति के उद्देश्य,राजस्थान सरकार की सांस्कृतिक दृष्टि व उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की पहल पर प्रदेश में 17 सितंबर से 02 अक्टूबर 2025 तक सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है।
राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर के सचिव शरद व्यास ने बताया कि राज्यभर में सांस्कृतिक जागरूकता और परंपरा के संरक्षण को नई दिशा देने वाले इस आयोजन के अंतर्गत राज्य की समस्त अकादमियों द्वारा विभिन्न स्थानों पर कुल 75 सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियों का आयोजन प्रस्तावित है।
व्यास ने बताया कि यह पहल राजस्थान सरकार की उस दूरदर्शी सोच का प्रतीक है,जिसके माध्यम से लोक कलाकारों को मंच प्रदान कर उनकी प्रतिभा को राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाया जाएगा और राज्य की धरोहरों को नई पहचान दिलाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि राजस्थान संगीत नाटक अकादमी,जोधपुर द्वारा इस पखवाड़े में लोक कलाकारों एवं शास्त्रीय संगीत के कलाकारों को प्रोत्साहन प्रदान करने के साथ-साथ राज्य के पुरातात्विक स्थलों के संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार को बढ़ावा दिया जाएगा। इसी उद्देश्य से राजस्थान के विविध पुरातात्विक स्थलों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन प्रस्तावित है।
उन्होंने बताया कि इसी श्रृंखला में 17 से 19 सितंबर 2025 तक जिला प्रशासन,जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान तथा पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र,उदयपुर;उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र,पटियाला और उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र,प्रयागराज के सहयोग से एंफीथियेटर,सम्राट अशोक उद्यान,जोधपुर में राष्ट्रीय लोक नृत्य समारोह का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस समारोह में भारत के विभिन्न प्रांतों की लोकनृत्य शैलियों का अनूठा संगम प्रस्तुत होगा,जो दर्शकों को भारतीय लोक संस्कृति की विविधता और समृद्धि का अनुभव कराएगा।
संभागीय आयुक्त एवं राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर की प्रशासक डॉ.प्रतिभा सिंह ने सभी जोधपुरवासियों,कला-प्रेमियों एवं संस्कृति से जुड़ाव रखने वाले सभी नागरिकों से आग्रह है कि वे इस महोत्सव में सम्मिलित होकर राजस्थान की गौरवशाली परंपरा, लोक संस्कृति और कलाकारों की अद्भुत प्रतिभा का उत्सव मनाएँ।