घर से बिछड़ी महिला तीन साल बाद परिवार से मिली
- नारी निकेतन का सराहनीय प्रयास
- जोधपुर से दिल्ली तक बिछड़ी मां की घर वापसी बनी भावुक गाथा
जोधपुर(डीडीन्यूज),घर से बिछड़ी महिला तीन साल बाद परिवार से मिली। नारी निकेतन जोधपुर के अथक प्रयासों से तीन वर्ष पूर्व परिवार से बिछड़ी एक महिला को आज पुनः अपने परिजनों से मिलवाया गया। वर्ष 2022 में मानसिक अस्वस्थता के चलते दिल्ली की गीता देवी गलती से गलत ट्रेन में बैठकर जोधपुर पहुंच गई थीं।
पुलिस द्वारा उन्हें विक्षिप्त अवस्था में भटकते हुए पाया गया और प्रारम्भिक उपचार के लिए मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में उन्हें नारी निकेतन के हॉफ-वे-होम में भेजा गया,जहाँ उनकी देखभाल,योग,ध्यान,परामर्श और कौशल प्रशिक्षण से धीरे-धीरे स्वास्थ्य में सुधार हुआ।
परिवार की तलाश में सतत प्रयास और सफलता
नारी निकेतन की अधीक्षक रेखा शेखावत ने बताया कि संस्था द्वारा लगातार महिला के परिवार का पता लगाने के प्रयास किए गए। उनका आधार कार्ड बनवाया गया और संबंधित पुलिस थानों से संपर्क साधा गया। हाल ही में आयोजित रक्षाबंधन,तीज और जन्माष्टमी उत्सवों के दौरान महिला ने कुछ पारिवारिक स्मृतियाँ साझा कीं, जिसके आधार पर खोज को दिशा मिली।
मनोचिकित्सक डॉ.पंकज गाडिया के सहयोग से 21 अगस्त 2025 को महिला के परिजनों से वीडियो कॉल के माध्यम से संपर्क स्थापित हुआ। यह क्षण अत्यंत भावुक था जब बेटे दीपक कुमार और बहन रेनू देवी ने स्क्रीन पर उन्हें देखकर खुशी के आंसू बहाए और तत्काल जोधपुर पहुँच गए।
25 अगस्त को रहेगा स्थानीय अवकाश
22 अगस्त को संयुक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग अनिल व्यास की उपस्थिति में गीता देवी को उनके परिवार को विधिवत सुपुर्द किया गया। तीन वर्ष बाद अपनी माँ से मिलकर बेटे दीपक कुमार की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। उन्होंने बताया कि पिता का देहांत हो चुका है और माँ के मिलने की उम्मीद वर्षों से कायम थी,जो अब साकार हो गई। इस अवसर पर अधीक्षक रेखा शेखावत सहित नारी निकेतन का संपूर्ण स्टाफ उपस्थित रहा और भावुक वातावरण में महिला को परिवार के साथ विदा किया गया।
अधीक्षक ने महिला के पुनर्वास में सहयोग के लिए संगीता गर्ग की मेडिटेशन टीम और डॉ.पंकज गाडिया का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर स्टाफ सदस्य कौशल्या सोनी,अनिता कुमारी,रिंकु गहलोत,रसाल कंवर,सायरा बाई, मीरा,उर्मिला सहित अन्य भी उपस्थित थे।