जोधपुर, शहर में होली के दूसरे दिन से आरंभ हुए गवर पूजन का समापन गुरुवार को गणगौरी तीज पर होगा। गणगौरी तीज की पूर्व संध्या पर गवर पूजने वाली तीजणियां पूरे एक पखवाड़े बाद शाम को गवर माता को पानी पिलाने के लिए विभिन्न धातुओं के पात्र लेकर पवित्र जलाशयों पर पहुंची।

On the eve of Gangauri Teej, the Jalakalash Yatra was carried out, water was given to Gavar Mata.

लोटियों को जल से भरने के बाद सोलह श्रृंगार किए तीजणियां समूह के रूप में शीश पर जल से भरा कलश रखकर गवर पूजन स्थल पहुंच कर गवर माता को पानी पिलाने की रस्म पूरी की। भीतरी शहर के पदमसर, रानीसर एवं गुलाब सागर के सामने महिला बाग का झालरा से जल लाने की परम्परा है लेकिन इस बार कोविड गाइडलाइन को देखते हुए पूजन स्थल के नजदीक जलाशयों से ही परम्परा का निर्वहन किया गया।

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