• शातिर ने खाते में डलवाए 49 हजार, केस दर्ज

जोधपुर, आईटीबीपी में लगे हैडकांस्टेबल के साथ एक बदमाश ने ठगी कर ली। खुद को थल सेना का फौजी बताकर ओएलएक्स पर स्कूटी बेचने का झांसा दिया। फिर धीरे धीरे खाते में 49 हजार रूपए डलवा दिए। मगर ना तो स्कूटी मिली और ना ही रकम की पुन: अदायगी हो पाई। 31 मार्च को ओएलएक्स पर स्कूटी का विज्ञापन देखा था और 1 अप्रेल को खाते में पैसे डलवाए गए। ठगी का अहसास होने पर रूपए डालने बंद कर दिए।

पीडि़त ने अब मंडोर पुलिस की शरण ली है। मंडोर थानाधिकारी सुरेशचंद सोनी ने बताया कि मूलत: झुंझुनू हाल गोपी का बेरा मंडोर में रहने वाले बंशीलाल पुत्र प्यारेलाल जाट ने यह रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि वह आईटीबीपी में हैडकांस्टेबल के पद पर कार्यरत है।

31 मार्च को उसने मोबाइल पर ओएलएक्स पर एक स्कूटी बिकने का विज्ञापन देखा था। तब दिए गए नंबर से संपर्क किया। इस पर सामने वाले शख्स ने खुद को जैसलमेर में थल सेना में तैनात फौजी मोहन सिंह होना बताया। स्कूटी को सस्ते दाम में देने के लिए रजिस्ट्रेशन एवं ट्रांसपोर्ट खर्चें के लिए रूपए मांगे।

1अप्रैल को उसका फोन आया तब उसने बताए अनुसार उस शख्स के खाते में रूपयों को डालना शुरू कर दिया। उससे करीबर 49हजार 150 रूपए लिए गए। तब शातिर ने और रूपए डालने को कहा। इस पर उसे अहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार बन रहा है। मंडोर पुलिस ने धोखाधड़ी एवं आईटी एक्ट में केस दर्ज किया है।