उत्तराखंड में रिकॉर्ड बारिश से 15 मुख्य मार्ग बंद अब तक 17 शव बरामद

  • गौला नदी 80 हजार क्यूसेक पार
  • अब तक 17 शव बरामद
  • विभिन्न इलाकों से 915 लोगों को किया रेस्क्यू

हल्द्वानी, पिछले 2 दिन से हो रही मूसलाधार बरसात ने कुमाऊँ में कहर बरपाया है। नैनीताल जिले में काफी नुकसान हुआ है जिले में 27 लोगों के हताहत होने की खबर है। अब तक 17 शव पुलिस प्रशासन बरामद कर चुकी है। जिले में 15 मुख्य मार्ग बंद हैं नैनीताल जिला मुख्यालय का संपर्क टूट चुका है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा दी गई सूचना के अनुसार नैनीताल-हल्द्वानी, नैनीताल- भवाली, नैनीताल-कालाढूंगी, ज्योलिकोट-क्वारब,भीमताल- हल्द्वानी,रामनगर-गर्जिया-बेतालघाट, खुटानी-चाफी-धानाचुली,भवाली -रामगढ़-मुक्तेश्वर,सहित 15 मुख्य मार्ग पूरी तरह से बंद है। इसके अलावा 2 दिनों में औसत 251 एमएम बरसात रिकॉर्ड की गई है नैनीताल में 445, हल्द्वानी काठगोदाम में 348, धारी में 165, बेतालघाट में 268, कालाढूंगी में248 और कोशियाकूटाली में 223 एमएम वर्षा रिकॉर्ड की गई है।

 

यही नहीं कुमाऊं की सबसे बड़ी नदी गोला नदी में 80 हजार क्यूसेक से ऊपर पानी चल रहा है इसके अलावा कोसी नदी में 74 हजार क्यूसेक पानी चल रहा है तथा नंदौर नदी में 15500 क्यूसेक पानी चल रहा है। जिले में बचाव राहत कार्य में पूरा प्रशासनिक अमला जुटा हुआ है जगह-जगह भूस्खलन से बंद रास्ता खुलवाने के लिए सरकारी जेसीबी मशीनें काम कर रही हैं खुद मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हवाई सर्वेक्षण किया इसके अलावा केंद्रीय रक्षा राज्य पर्यटन मंत्री अजय भट्ट हल्द्वानी में कैंप करते हुए पूरे हालातों का जायजा ले रहे हैं।

उत्तराखंड में रिकॉर्ड बारिश से 15 मुख्य मार्ग बंद अब तक 17 शव बरामद

पूर्व सीएम रावत ने किया गौलापुल का निरीक्षण

मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने गौलापुल का निरीक्षण कर जायज़ा लिया। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था के जरूरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस विपदा की घड़ी में सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। लोग अनावश्यक रूप से इधर-उधर आवागमन ना करें।
हरीश रावत ने सभी कांग्रेस जन से पीड़ित लोगों को हर सम्भव सहायता करने की अपील की। कुंजवाल ने कहा कि जिस तरह लगातार बारिश हो रही है इससे लोगों को काफी सतर्क रहने की जरूरत है।
इस मौके पर दीपक बल्यूटिया ने कहा कि गौलापुल का एक छोर टूटने से गौलापार क्षेत्र का नगर से सीधा संपर्क टूट गया है। कई स्थानों में लोगों के घर और खेत खतरे की जद में हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि लोगों की जानमाल को देखते हुए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करें। उन्होंने सरकार से मौसम ठीक होते ही गौलापुल ठीक कराने की और जहां-तहां फंसे हुए लोगों को राहत देने की मांग की है।

राहत कार्य में जुटा प्रशासन

राज्य में बरसात के साथ जगह-जगह तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। ऐसे में बचाव दल भी पूरी मुस्तैदी से कार्य करता हुआ नजर आ रहा है। अब तक बचाव दलों द्वारा सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुचाया जा चुका है। राज्य में सम्पर्क मार्ग को जोड़ने वाले पुल भी तेजी से क्षतिग्रस्त हो रहे है जिसे देखते हुए प्रशासन ने जनता से भी अपील की है कि वह घरों से कम से कम ही बाहर आए। जो जहां है वह वही बना रहे।

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