सत्संग में मची भगदड़ 100 की मौत,150 घायल!

  • उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना
  • घायलों को अस्पताल में किया भर्ती
  • मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता

हाथरस,सत्संग में मची भगदड़ 100 की मौत,150 घायल!उत्तरप्रदेश के हाथरस में एक सत्संग में भगदड़ मच जाने से 100 लोगों को मौत हो गई। घटना में लगभग 150 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं। घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद कोहराम मच गया। एटा सीएमओ उमेश त्रिपाठी के अनुसार हाथरस से अब तक 27 शव आ चुके हैं। इनमें 25 महिलाएं और 2 पुरुष हैं। बाकी शव सीएचसी सिंकदरा राऊ में हैं। लगभग 150 से अधिक लोगों को एडमिट किया गया है। शवों के पंचनामा किया जा रहा है,फिर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार हाथरस एटा बार्डर के पास सिकंदरा राऊ के रतिभानपुर में संत भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग सुनने के लिए पांडाल में बड़ी संख्या में महिलाएं,पुरुष और बच्चे एकत्रित हुए थे। पांडाल में भीषण गर्मी और उमस थी। सत्संग खत्म होने पर एक साथ लोग निकल रहे थे। हॉल छोटा था।गेट भी पतला था। पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे पर गिर पड़े। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे।

प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हम लोग शांति सत्संग में गए थे। सत्संग खत्म होने के बाद हम लोग निकलने लगे। भीड़ बहुत ज्यादा थी,तभी अचानक भीड़ में भगदड़ मच गई। जिससे कई लोग एक दूसरे के नीचे दब गए। कई लोगों की जान चली गई। उसके साथ आए कई लोगों की जान चली गई है। वह भी दब गई थी। एक बार तो लगा था कि मौत हो जाएगी लेकिन किसी तरह से बच गई।

हादसे में 150 से अधिक लोग घायल हो गए। अपुष्ट खबरों और मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लगभग 122 मौत हुई हैं जबकि 150 घायल हो गए। मृतकों में अधिकांश महिलाएं हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। एटा के सरकारी अस्पताल में 27 शव पहुंच चुके थे। जिनमें 25 महिलाएं और 2 बच्चे हैं।

हादसे के बाद हालात भयावह हो गए। किसी तरह घायलों और मृतकों को बस-टैंपों में लादकर जिला अस्पताल पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री योगी ने एडीजी आगरा और कमिश्नर को अलीगढ़ पहुंचने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने हादसे में मृतकों के आश्रितों को 2-2लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता तुरंत देने के निर्देश दिए हैं।

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डीएम और एसपी मौके पर हैं। बताया जा रहा है कि सत्संग में 15 हजार से अधिक लोग शामिल थे। हादसे के इतने घायल सरकारी अस्पताल पहुंचे कि अस्पताल में जगह कम पड़ गई। सीएचसी के बाहर कुछ लोग तड़पते हुए नजर आए। हाथरस प्रशासन ने प्राइवेट अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। सभी से बेड रिजर्व रखने को कहा है। घायल को अब प्राइवेट अस्पताल ले जाया जा रहा है। मौके पर हालात बेकाबू हैं। हर कोई भीड़ और लाशों के बीच अपनों को तलाश रहा है।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने संसद में कहा कि जिन लोगों की हाथरस हादसे में जान गई है, मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। केंद्र सरकार के वरिष्ट अधिकारी उत्तर प्रदेश सरकार से संपर्क में हैं।