सेवानिवृत मरीन इंजीनियर से 1.86 करोड़ का फ्रॉड
- शातिरों ने शेयर बाजार में इंवेस्ट के नाम पर बनाया ठगी का शिकार
- पिछले डेढ़ माह से ज्यादा समय तक होते रहे ठगी का शिकार
- अब कराया केस दर्ज
जोधपुर(डीडीन्यूज),सेवानिवृत मरीन इंजीनियर से 1.86 करोड़ का फ्रॉड।शहर के कमला नेहरू नगर प्रथम विस्तार में रहने वाले सेवानिवृत मरीन इंजीनियर को शातिरों ने अपनी ठगी का शिकार बनाते हुए 1 करोड़ 86 लाख की ठगी कर डाली। उन्हें शेयर बाजार में इंवेस्टमेंट के नाम पर ठगा गया। ठगी का खेल पिछले डेढ़ माह से ज्यादा समय तक चला आखिरकार रकम डूब गई। अब उनकी तरफ से प्रतापनगर थाने में रिपोर्ट दी गई है।
मामले के अनुसार कमला नेहरू नगर प्रथम विस्तार में रहने वाले 75 वर्षीय मनोहर लाल मौसलपुरी ने रिपोर्ट दी है। उन्होंने बताया कि वे मरीन इंजीनियर थे तथा अभी रिटायर हैं। 1 जुलाई को फोन पर इन्वेस्टमेंट नॉलेज से एक लिंक आया था। मैंने उसे पर मार्केट के लिए इस लिंक के साथ जुड़ गया, उसका एडमिन मुकेश शर्मा है। जिस पर उसने टीचिंग शुरू किया। यह सब वाट्सएप पर ही हो रहा था। 8 जुलाई को वह शेयर बाजार पर शेयर खरीदने की टिप्स देने लगा साथ में शाम को टीचिंग भी करता था। वह अपने आप को कालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर का चीफ बताया तथा वेबसाइट कैंटिलन कैप का चीफ बताया।
उसने बताया कि वह कैंटिलन कैप के साथ ट्रेडिंग करता है। हर रोज शाम को टीचिंग भी करता था। 15 जुलाई को उसकी टीचिंग अच्छी लगी तब यह समाचार उसको वाट्सएप पर लिखा ग्रुप में काफी लोग जुड़े हुए थे और वे भी जुड़ गए। 18 जुलाई 2025 को उसने बताया कि ऑफेंस एंड डिफेंस नाम की किताब लिखी उसका 24 अगस्त 2025 को मुंबई में विमोचन होगा तथा उसका फोटो भी वाट्सएप ग्रुप पर आया तथा अपने आप को यूएसए से पीएचडी किया हुआ बताया।
उसने यह भी बताया कि भारत में सुबह 9 बजे से 9.15 बजे तक शेयर खरीदना तथा 9. 15 बजे से 9. 30 बजे तक बेच देना तथा अमेरिका के लिए शाम को 6 बजे से 6.30 बजे तक खरीदना और 6.30 से 7 बजे तक बेचना शेयर खरीदने के टिप्स दिए थे। 21 जुलाई 2025 को उसने शेयर मार्केट में काम शुरू करना शुरू किया। 22 जुलाई 25 को अपनी असिस्टेंट मिस आर्या का इंट्रोड्यूस कराया,उसने कैंटिलन कैप जो सॉफ्टवेयर है कैसे डाउनलोड किया जाता है और उसको चलाने का तरीका वाट्सएप पर बताया। व्हाट्सएप पर कैसे अकाउंट खोलना कैसे रुपए जमा करना तथा निकालना तथा शेयर खरीदना और बेचना सब बताया।
फिर मेरे को वाट्सएप पर लिंक के द्वारा कैंटिलन कप का सॉफ्टवेयर डाउनलोड किया लेकिन मुझे पता नहीं होने के कारण उसे मदद मांगी। उसने सॉफ्टवेयर के अंदर मेरा खाता खोला और मेरा खाता नंबर भी आया उसके लिए मैंने ड्राइविंग लाइसेंस को अपलोड किया। 23 जुलाई 25 को आर्य ने सेबी का सर्टिफिकेट व इंग्लैंड का शेयर बाजार का सर्टिफिकेट भेजा। सभी को देखकर मैने भी शेयर खरीदने का मन बना लिया था और फिर मैंने पहले ट्रांजैक्शन 23 जुलाई को फोन पे द्वारा पहली बार में 70000 ट्रांसफर किया।
कुछ दिनों तक चले इस खेल में मेरे उस ट्रेडिंग अकाउंट 2.94 करोड़ का हो गया। रुपए निकालने के लिए सोचा तब मैं डेढ़ करोड़ निकालने के लिए आवेदन किया। ऑनलाइन मुझे यह बताया गया 24 घंटे बाद रुपए बैंक में आएगा शनिवार रविवार को छुट्टी थी और फिर 15 अगस्त की छुट्टी थी।बैंक से पता चला की रुपए आए नहीं साथ ही शेयर खरीदने का काम सुबह शाम चल रहा था।
फिर 19 अगस्त 25 को डेढ़ करोड़ रुपये और निकालने के लिए अप्लाई किया। इस प्रकार 2.5 करोड रुपए निकालने लगा। ऑनलाइन इस समय मेरा बैलेंस उसे अकाउंट में 3.1658953 करोड़ था। 19 अगस्त 25 को जब रुपए मेरे अकाउंट में नहीं ट्रांसफर किए तब मैंने आर्या को मैसेज किया तो उसका जवाब आया इनकम का सोर्स ज्यादा है। इस कारण आपको 15 फीसदी टैक्स देना पड़ेगा। आर्य ने 15 टैक्स के हिसाब से 41.66090 लाख जमा करवाने पर ही आपको रुपए मिलेगा। तब आर्या को कहा कि मेरे पास इतनी रकम नहीं है तो उसने 20 लाख रुपए जमा कराने को कहा। पीडि़त मरीन इंजीनियर ने अपनी बेटी, बेटी दामाद सहित अन्य रिश्तेदारों का सहयोग लेकर रुपए जमा कराए थे। इस तरह उनके साथ एक करोड़ 86 लाख की ठगी हुई।