राष्ट्रीय लोक अदालत में 16 बैचों का गठन कर विभिन्न प्रकरणों का निस्तारण

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण

जोधपुर,राष्ट्रीय लोक अदालत में 16 बैचों का गठन कर विभिन्न प्रकरणों का निस्तारण। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला एवं सेशन न्यायाधीश,जोधपुर जिला विक्रान्त गुप्ता के नेतृत्व में शनिवार को जोधपुर जिला न्यायक्षेत्र में जोधपुर जिला मुख्यालय स्थित समस्त न्यायालयों में एवं न्यायक्षेत्र की तालुकाओं यथा फलौदी, बिलाड़ा,पीपाड़ शहर,बालेसर, ओसिया, बाप, लोहावट,भोपालगढ में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें जोधपुर जिला न्यायक्षेत्र के राजीनामा योग्य समस्त प्रकृति के लम्बित प्रकरण,प्री-लिटिगेशन प्रकरण,राजस्व मामले एवं जनोपयोगी सेवाओं व पांच वर्ष व दस वर्ष से अधिक पुराने मुकदमों का निस्तारण भी किया गया।

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जिला मुख्यालय जोधपुर जिला पर 03 और तालुकाओं में उपखण्ड न्यायालयों सहित कुल 16 बैचों का गठन किया गया। जिला मुख्यालय पर स्थित न्यायालयों में लम्बित राजीनामे योग्य प्रकरणों के निस्तारण के लिए विशिष्ट न्यायाधीश,पोक्सो न्यायालय,जोधपुर जिला अनिल आर्य,मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जोधपुर जिला करूणा शर्मा,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव एवं अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश डॉ. मनीषा चौधरी की अध्यक्षता में बैंचों का गठन किया गया। जिसमे बैच के सदस्य के रूप में अधिवक्ता क्रमशः जुगल किशोर,श्वेता अग्रवाल व राम प्रकाश प्रजापत उपस्थित थे। अनिल आर्य की अध्यक्षता में गठित बैंच में जनोपयोगी सेवाओं से सम्बन्धित स्थाई लोक अदालत जोधपुर जिला के प्रकरणों को भी निस्तारण के लिये सम्मिलित किया गया। सभी बैंचों द्वारा पक्षकारों को लोक अदालत में प्रकरणों के निस्तारण से होने वाले लाभ बताते हुए समझाईश की गई। प्रकरणों का निस्तारण राजीनामें से किया गया।

सचिव डॉ. मनीषा चौधरी ने बताया कि लोक अदालत में पक्षकारों को शीघ्र व सुलभ न्याय मिलता है। लोक अदालत में होने वाले राजीनामें की कोई अपील नहीं होती व सिविल कोर्ट के आदेश की तरह पालना होती है।

राष्ट्रीय लोक अदालत मेंअधिवक्ताओं, पक्षकारों, कर्मचारियों एवं सभी बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी सकारात्मक भागीदारी दर्ज करवाते हुए राजीनामे से प्रकरणों का निस्तारण करवाने के लिए सहयोग किया।

प्राधिकरण अध्यक्ष विक्रान्त गुप्ता ने बताया कि लोक अदालत के अवसर पर अधिवक्ताओं, पक्षकारों, विभागों एव बैंक व वित्तीय संस्थाओं के पदाधिकारियों, कर्मचारियों का उत्साह देख कर अत्यन्त प्रसन्नता हुई। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता एवं पक्षकार स्वयं ही लोक अदालत की प्रेरणा से आगे आये हैं एवं अपने प्रकरणों का निस्तारण करने का अनुरोध किया गया। इस प्रकार से राष्ट्रीय एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण का राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों का राजीनामा से निस्तारण किये जाने का प्रयास सफल होता प्रतीत हो रहा है।

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इस अवसर पर बावडी शाखाओं से जोविविनिलि से मनोहर जाट, आरएमजीबी से महेन्द्र कुमार सैनी व तेजाराम,एसबीआई बैंक से अंजित कुमार व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।