तास के महल की मानिद ढहा दो मंजिला भवन,कोई हताहत नहीं
- नैनीताल में हुआ भूस्खलन
- बीडी पाण्डे अस्पताल क्षेत्र से अतिक्रमण हटाया जा रहा है
- भारी-भरकम मशीनें चलाने से आ रही दरार
- स्थानीय लोग दहशत में
- वाईव्रेटर चलाने से भूमि में आ रही दरारें
नैनीताल,उत्तराखण्ड के नैनीताल स्थित चार्टन लॉज में आज सुबह एक दोमंजिला भवन भरभराकर जमीदोज हो गया। गनीमत रही कि मकान में कोई नही था,अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नही है। बताया जा रहा है कि इस दो मंजिले मकान में दर्जनभर कमरे थे, जिसके मालिक का अब तक कोई जानकारी नही मिली है। पहले जमीन में भूस्खलन हुआ,उसके बाद नीचे की मिट्टी दरकते हुए दो मंजिला मकान तास के पत्तों के महल की तरह भरभरा कर गिर गया। इस घटना में भवन के गिरते हुए का हृदयविदारक वीडियो सोसल मीडिया में वायरल हो रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार तड़के हुए इस भूस्खलन से इस क्षेत्र में अन्य मकानों में भी खतरा बढ़ गया है। जानकारों के अनुसार नैनीताल शहर में मल्लीताल के चार्टन लॉज इलाके शनिवार प्रातः जबरदस्त भूस्खलन हुआ इसके कुछ ही समय बाद इसके पीछले इलाके के मकानों में दरारें आ गई। धीरे-धीरे ये दरारें बड़ा रूप लेती गई और एक क्षण ऐसा आया कि घर के नीचे का हिस्सा दरक गया। इस हादसे से पूर्व समय रहते मकान खाली करवा दिया गया था। किसी अनहोनी घटना से बचने के लिए आसपास के मकानों को भी अब खाली कराया जा रहा है। इस मकान के गिरने के बाद आसपास बने मकानों में भी दरारें आ गई हैं तथा कई मकान टेढ़े हो गए हैं।
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जयकारों का कहना है कि मल्लीताल में बीडी पाण्डे अस्पताल की भूमि में काबिज 40 से अधिक अतिक्रमियों को हटाने की जनहित याचिका में 2014 के एक आदेश की पालना के लिए उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था। इसी क्रम में अतिक्रमण हटाने की चेतावनी का समय पूरा होने के बाद प्रशासन ने 14 सितंबर से अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया था। पहले कच्चे निर्माणों को हटाया गया फिर लेबर ने घन हथोड़े से अवैध निर्माण ध्वस्त किए लेकिन इसी के साथ प्रशासन ने 3 जेसीबी और वाइब्रेटर ड्रिलर चलाकर तेज गति से अतिक्रमण हटाना शुरू किया। आशंका जताई जा रही है कि इसी वाइब्रेशन से वहां के पहाड़ पर इतना बुरा असर पड़ा कि आज सवेरे वहां भूस्खलन शुरू हो गया। इससे वहां बने दर्जनों घरों को खतरा हो गया है। इन घरों में दरारें आने का डर लगने लगा है। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि 1995 में बनी रिटेनिंग वॉल(सुरक्षा दीवार) अतिक्रमण ध्वस्तीकरण में लगी मशीनों की वजह से आज तड़के गिर गई। इससे अब ऊपर की तरफ बने दर्जनों मकानों पर खतरा मडराने लगा है।
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