सूरसागर में तनावपूर्ण शांति,5 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू

  • सूरसागर उपद्रव मामला
  • बाजार बंद
  • भारी पुलिस बल तैनात
  • 43 उपद्रवी शांतिभंग में गिरफ्तार
  • पुलिस की तरफ से मामला दर्ज
  • दोनों की तरफ से फिलहाल नहीं मिली रिपोर्ट
  • थानाधिकारी राजीव गांधी नगर को सौंपी जांच

जोधपुर,सूरसागर में तनावपूर्ण शांति,5 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू।शहर के अति संवेदनशील क्षेत्र सूरसागर में ईदगाह की दीवार से गेट निकालने व दो गुटों के तीन किशोरों में हुए झगड़े को लेकर हुए विवाद के बाद शनिवार को तनावपूर्ण शांति रही। पुलिस ने यहां पर ऐहतियात के लिए कमिश्ररेट के पश्चिम जिले के पांच थाना क्षेत्रों सूरसागर,प्रताप नगर,प्रतापनगर सदर,देव नगर और राजीव गांधी नगर में आगामी आदेश तक धारा 144 लगा दी है।

इसके आदेश आज सुबह डीसीपी पश्चिम आलोक श्रीवास्तव ने जारी किए। सुरक्षा व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

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एसीपी प्रतापनगर अनिल कुमार पालीवाल ने बताया कि पुलिस में कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर करीब 43 उपद्रवियों को शांति भंग मेें गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अपनी तरफ से एक मात्र केस दर्ज किया गया है। वहीं दोनों पक्ष के लोगों की तरफ से फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज होने से इंकार किया है। मुकदमें जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। एसीपी पालीवाल ने बताया कि प्रकरण की जांच राजीव गांधी नगर थानाधिकारी देवीचंद ढाका को सौंपी गई है।

दरअसल गौरतलब है कि व्यापारियों का मोहल्ला व आम्बों का बास में दो गुटों के तीन किशोरों में गुरुवार को मारपीट हुई थी। परस्पर विरोधी मामले दर्ज हैं। इसको लेकर गुरुवार रात थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया गया था। अंदर ही अंदर सुगबुगाहट व विरोध के स्वर उठने लगे थे। आखिरकार शुक्रवार को फिर पथराव और बवाल हो गया। बवाल के चलते कमिश्नरेट के सभी अधिकारियों को सूरसागर भेजा गया। ऐहतियात के तौर पर शहर के दूसरे हिस्सों में चौकसी बरती गई। जगह-जगह पुलिस तैनात नजर आई। चौहाबो थानाधिकारी नीतिन दवे के मुंह पर गम्भीर चोट आई। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस आरएसी व एसटीएफ के जवानों को हालात काबू करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। पथराव के साथ ही दुकान और गाडिय़ों को फूंक दिया गया। पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोडऩे पड़ गए। आज की बात करें तो क्षेत्र में तनावपूर्ण शांति है। आज बाजार बंद रहे और पुलिस का भारी जाब्ता मौके पर तैनात रहा। इस बीच जोधपुर पश्चिम के थाना क्षेत्र सूरसागर, प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर और राजीव गांधी नगर के संपूर्ण क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है।

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इलाके में पसरा सन्नाटा
हालांकि सडक़ों पर लोग तो निकल रहे हैं,लेकिन बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। अब तक पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कर करीब 43 लोगों को शांति भंग में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अलसुबह ही नगर निगम की टीम को बुलाकर क्षेत्र में बिखरे पत्थरों को हटवा दिया। जिन दुकानों और गाडिय़ों में आगजनी हुई थी,उसे भी अब पूरी तरह से बुझा दिया गया है। इलाके में पुलिस की गश्त जारी है। इसके बाद ड्रोन के जरिए पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किन-किन घरों से रात को पत्थरबाजी हुई थी। इसके बाद कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इस वक्त इलाके में शांति है, लेकिन पुलिस अलर्ट मोड पर है,ताकि किसी भी स्थिति को समय रहते संभाला जा सके।

दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई-पटेल
सूरसागर क्षेत्र में घटित साम्प्रदायिक तनाव को लेकर कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने बड़ा बयान देते कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि जोधपुर शहर अपणायत का शहर है इसलिए दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। शहर विधायक अतुल भन्साली और सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

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डैमेज कंट्रोल करने में जुटी पुलिस
सूरसागर क्षेत्र में पुलिस कमिश्नर राजेन्द्र सिंह डैमेज कंट्रोल के प्रयास कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने अलग-अलग गली मोहल्ले में मार्च किया। इस दौरान आमजन और पुलिस पर पथराव करने वाले उपद्रवियों को पुलिस ने धरपकड़ करनी शुरू की तो आरोपियों के परिजनों ने आक्रोश जताया। एडीसीपी नरपतसिंह और निशांत भारद्वाज के साथ मौके पर पुलिस अधिकारी लाभूराम व राजेन्द्र दिवाकर भी मौजूद थे। एडीसीपी निशांत भारद्वाज ने बताया कि सूरसागर थाने के आगे राजाराम सर्किल पर ईदगाह स्थित है। ईदगाह के मुख्य गेट के पास कुछ दुकानें भी है। दो दिन पहले ईदगाह के पीछे की दीवार से दो गेट निकालने का काम शुरू किया गया था। पास ही बस्ती में रहने वाले कुछ लोग गेट निकालने का विरोध जता रहे हैं। दो दिन में दो बार दोनों पक्षों के बीच विवाद हो चुका है लेकिन पुलिस ने बीच बचाव कर मामला शांत करवा दिया था। शुक्रवार को गेट निकालते देख पास ही की बस्ती के लोगों ने फिर से विरोध शुरू कर दिया और गेट निकालने के काम को बंद करने की बात पर अड़ गए। तब दूसरे पक्ष के लोग भी भारी संख्या में वहां आ गए और गेट बनाने के लिए अड़े रहे। देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया और दोनों ही पक्ष आमने-सामने हो गए।